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जानें मिशन शक्ति के बारे सबकुछ जो आप जानना चाहते हैं, कैसे हमारी अंतरिक्ष सीमा में घुसे दुश्मनों के सैटेलाइट का बच पाना मुश्किल

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एंटी सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण कर भारत अब स्पेस पावर बन चुका है. इस ऑपरेशन के बाद अब भारत जल, थल और आकाश में ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी दुश्मनों पर वार कर सकेगा. यानी अगर कोई दुश्मन देश […]

अंतरिक्ष की दुनिया में भारत ने बुधवार को एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है. एंटी सैटेलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण कर भारत अब स्पेस पावर बन चुका है. इस ऑपरेशन के बाद अब भारत जल, थल और आकाश में ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष में भी दुश्मनों पर वार कर सकेगा.

यानी अगर कोई दुश्मन देश अंतरिक्ष से सैटेलाइट के जरिये भारत पर नजर रख रहा है, या फिर जासूसी कर रहा है तो भारत इस तकनीक का इस्तेमाल कर उसकी सैटेलाइट को नष्ट कर सकता है. चीन पहले ही यह उपलब्धि हासिल कर चुका है, ऐसे में भारतीय अंतरिक्ष जगत में जोखिम बढ़ गया था.

अंतरिक्ष में सैटेलाइट वार के लिए महाशक्तियों ने कर रखी है तैयारी

1985-2002 के बीच अमेरिका ने एक स्पेस कमांड बनाया जिसे बाद में स्ट्रेटजिक कमांड में मिला दिया गया. 1992 में ही रूस रशियन स्पेस फोर्स का गठन कर चुका है. इसे 2015 में रूसी एयरस्पेस फोर्सेज का हिस्सा बना लिया गया है. 2007 में ही चीन ने लोवर आर्बिट में 865 किमी की ऊंचाई पर एक सेटेलाइट को तबाह कर दिया था.

12 साल से तकनीक बना रहा था भारत

चीन ने जब 2007 में एंटी सेटेलाइट मिसाइल का परीक्षण किया, तब तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल दीपक कपूर ने कहा था कि भविष्य में अंतरिक्ष ही हाई मिलिट्री ग्राउंड होगा.

2012 में ही डीआरडीओ चीफ ने कहा था- पूरी है तैयारी

चीन के परीक्षण के बीच डीआरडीओ के तत्कालीन चीफ विजय कुमार सारस्वत ने 2012 में ही बताया था कि भारत के पास एंटी सेटेलाइट सिस्टम को लेकर जो तैयारियां होनी चाहिए, वे पूरी हैं. सारस्वत ने कहा था कि वे अंतरिक्ष में हथियारों की होड़ के पक्षधर नहीं हैं, लेकिन इसकी तैयारी होनी चाहिए.

दुनिया ने भारत का उड़ाया था मजाक, कहा था- कागजी शेर

जब 2007 और 2012 में भारत ने इस तरह की तैयारियों के संकेत दिये तो दुनिया ने भारत का मजाक उड़ाया और भारत की क्षमताओं पर सवाल उठाये. दुनिया ने कहा था कि भारत अगर दुनिया को परीक्षण करके अपनी ताकत नहीं दिखाता है तो वह महज कागजी शेर ही कहलाता रहेगा.

भारत ने चुनौती स्वीकार की

भारत पिछले सात साल से इस टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम कर रहा था. आखिरकार 27 मार्च को भारत ने एंटी सेटेलाइट मिसाइल की तकनीक हासिल कर ली.

आयोग जांचेगा कि पीएम का संबोधन आचार संहिता का उल्लंघन है या नहीं

चुनाव आयोग इस बात की जांच करेगा कि एंटी सैटेलाइट मिसाइल सिस्टम के सफल परीक्षण की जानकारी देश को देने के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के दायरे में है या नहीं.

1967 : अमेरिका ने एंटी सैटेलाइट वेपन का परीक्षण किया

1970 : रूस ने अंतरिक्ष में अपनी ताकत बढ़ायी और एसैट का परीक्षण किया

2007 : चीन भी इस क्षेत्र में पीछे नहीं रहा. सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में सैटेलाइट को मार गिराने का परीक्षण किया.

कांग्रेस बोली- यूपीए सरकार में की गयी पहल भाजपा ने कहा-पहले नहीं दी गयी थी इजाजत

एंटी सैटेलाइट मिसाइल परीक्षण को लेकर कांग्रेस और भाजपा में वाकयुद्ध भी हुआ. कांग्रेस के प्रवक्ता सुरजेवाला ने कहा कि इस तकनीक की बुनियाद यूपीए सरकार के दौरान 2012 में पड़ी थी. पंडित नेहरू और विक्रम साराभाई की वजह से भारत अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में अग्रणी रहा है.

कांग्रेस के इस बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पूर्ववर्ती यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वैज्ञानिक एक दशक पहले ही एंटी सैटेलाइट मिसाइल बनाने में सक्षम थे, लेकिन उस समय की सरकार ने उन्हें कभी ऐसा करने की अनुमति नहीं दी. उन्होंने जोर दिया कि यह बहुत समय पहले से हमारे वैज्ञानिकों की इच्छा थी और उनका कहना था कि हमारे पास यह क्षमता है.

काल्पनिक दुश्मन ढूंढ़ रहा है भारत अंतरिक्ष में हो शांति : पाकिस्तान

पाकिस्तान ने कहा कि भारत काल्पनिक दुश्मन ढूंढ़ रहा है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने स्पेनिश लेखक मिगुएल डे सर्वांट्स की लिखी किताब के नायक डॉन क्विक्जोट का हवाला दिया है, जो काल्पनिक दुश्मनों से लड़ाई करता है. वक्तव्य में पाकिस्तान ने अंतरिक्ष को मानव जाति की साझा विरासत बताया है और कहा कि अंतरिक्ष के सैन्यीकरण के लिए किसी भी देश या मनुष्य को प्रयास नहीं करने चाहिए.

भारत के लिए बड़ी उपलब्धि, कवच का काम करेगा : डीआरडीओ

डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने कहा कि परियोजना के लिए मंजूरी करीब दो वर्ष पहले दी गयी थी. अंतरिक्ष में उपग्रह को मार गिराये जाने के बाद उन्होंने कहा कि भारत के लिए यह बड़ी उपलब्धि है.

इससे देश अंतरिक्ष शक्तियों के चुनिंदा समूह में शामिल हो गया है. रेड्डी ने कहा कि हम ऐसी तकनीक विकसित करने में सक्षम हैं जो सटीक दक्षता हासिल कर सकता है. यह भारत के कवच के तौर पर काम करेगा.

प्रधानमंत्री के ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर चला अटकलों और मजाक का दौर

पूरा देश बुधवार को जहां पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन को बेसब्री से इंतजार कर रहा था, वहीं सोशल मीडिया पर ऐसी अटकलें भी लगायी जा रही थी कि क्या यह संबोधन आपातकाल को लेकर होगा.

दोपहर 12 बजे का निर्धारित समय आने और गुजर जाने के बाद ट्विटर पर मजाक का दौर तेज हो गया. प्रधानमंत्री ने बुधवार सुबह ट्वीट किया था कि मैं दोपहर पौने बारह बजे से 12 बजे के बीच एक महत्वपूर्ण संदेश के साथ देश को संबोधित करूंगा. संबोधन अंतत: दोपहर 12 बजकर 25 मिनट पर शुरू हुआ और इसके साथ ही सोशल मीडिया पर ट्वीट आना भी शुरू हो गया.

पाकिस्तान के पीएम इमरान खान द्वारा अपना रक्तचाप जांच कराने की तस्वीरें पोस्ट की गयीं.

किसी ने लिखा- आज नोटबंदी की घोषणा को शांति मिल गयी, 2000 का नोट मुस्कुरा रहा है.

दाऊद गिरफ्तार, वापस लाया गया? हाफिज सईद या मसूद अजहर को मार गिराया गया?

आसान नहीं है मिसाइल का लक्ष्य तक पहुंचना

लियो में 2500-3000 से ज्यादा पिंड तीव्र गति से पृथ्वी का चक्कर लगाते रहते हैं. इस तरह एंटी सैटेलाइट मिसाइल को इन सबसे बचाते हुए लक्षित सैटेलाइट तक पहुंचाना काफी जटिल काम होता है. ऐसे में अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किये जाने वाले रॉकेट जैसी ही पथ प्रदर्शक गणना की जरूरत पड़ती है, जो एंटी सैटेलाइट वेपन को लक्षित सैटेलाइट तक सटीकता के साथ पहुंचा दे.

दो प्रकार के होते हैं एंटी सैटेलाइट मिसाइल सिस्टम

1. काइनेटिक एनर्जी एंटी सैटेलाइट मिसाइल सिस्टम (केइएसैट) : पृथ्वी से मिसाइल लॉन्च करके लक्षित सैटेलाइट को उड़ाया जाता है. भारत ने केइएसैट का सफल परीक्षण किया है.

2. को-ऑर्बिटल एंटी सैटेलाइट मिसाइल सिस्टम (को-ऑर्बिटल एसैट) : को-आर्बिटल एसैट सैटेलाइट की तरह ही आर्बिट में चक्कर लगाते रहते हैं और खतरा महसूस होते टारगेटेड सैटेलाइट को उसी कक्षा में उड़ा देते हैं.

मिशन की चुनौतियां

इस मिशन की सबसे बड़ी चुनौती थी कि ये सैटेलाइट बेहद तेज गति से चलते हैं और उनकी कोई निर्धारित स्थिति नहीं होती है. इस मिशन के दौरान भारत ने एसैट मिसाइल का इस्तेमाल करके इस लाइव सैटेलाइट को टारगेट किया.

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