नयी दिल्ली : गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को अगले लोकसभा चुनाव में पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाये जाने की अटकलों के बीच भाजपा में घमासान के हालात बने हुए हैं.
सूत्र बताते हैं कि एक तरफ जहां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने मोदी को पार्टी की प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाने के लिए बातचीत शुरू कर दी है, वहीं आडवाणी मोदी को यह जिम्मेदारी सौंपे जाने के खिलाफ हैं. उन्होंने मोदी को किनारे करने के लिए पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी को प्रस्ताव दिया कि वे इस जिम्मेदारी को संभालें.
हालांकि आडवाणी के इस आग्रह को गडकरी ने ठुकरा दिया है. सूत्रों का कहना है कि गडकरी ने आडवाणी से कहा है कि पार्टी ने जो फैसला किया है वह ठीक है. अब इसे बदलना उचित नहीं, न ही उनका नाम इस जिम्मेदारी के लिए आगे लाया जाये. यूं बढ़ा विवाद मोदी को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाने के लिए राजनाथ ने यह बातचीत पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के उस बयान के बाद की है, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को मोदी से बड़ा बताया था.
आडवाणी ने शिवराज की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से कर दी थी. कहा जा रहा है कि आठ जून से गोवा में होनेवाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के बाद मोदी को प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाये जाने की घोषणा की जा सकती है. माना जा रहा है कि प्रचार समिति का अध्यक्ष बनने के बाद मोदी की प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी मजबूत हो सकती है.
सम्मेलन को संबोधित करेंगे मोदी भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पणजी में आगामी नौ जून को आयोजित होने वाले भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में हिस्सा लेने की अभी पुष्टि नहीं की है,जबकि जनता की मांग पर गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यक्र म को संबोधित करना तय है. भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य लक्ष्मीकांत पारसेकर ने मोदी को भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने को लेकर जारी बहस के संदर्भ में कहा कि इस अटकल के बारे में मीडिया की रिपोर्टिग पूरी तरह से गलत नहीं है.