नयी दिल्ली : गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से पाकिस्तानी सेना के खिलाफ हरसंभव सख्त कार्रवाई करने के लिए कहा है.
गौरतलब है कि हाल ही में पाकिस्तानी सैनिकों ने जम्मू के समीप अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ के एक जवान का गला काट दिया. अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि सीमा की रक्षा कर रहे बल के शीर्ष अधिकारियों को यह संदेश दिया गया है. घटना से जुड़े गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि गृह मंत्री ने बीएसएफ के शीर्ष अधिकारियों से कहा कि मंगलवार की घटना में शामिल पाकिस्तान सैनिकों के खिलाफ हरसंभव सख्त कार्रवाई की जाये. बीएसएफ जवान का गला काटा गया था और उसके शरीर पर गोलियों के कई निशान थे. लापता सैनिक की जम्मू क्षेत्र में पाकिस्तानी सैनिकों ने हत्या कर दी थी. यह अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारतीय सेना के खिलाफ इस तरह का पहला बर्बर कृत्य है.
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीएसएफ जवान के शव को क्षत विक्षत करने का बदला लेने के लिए पाकिस्तानी रेंजर्स के खिलाफ सक्रिय कार्रवाई कर सकती है. अधिकारियों ने बताया कि 192 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा और 740 किमी लंबी नियंत्रण रेखा पर सभी इलाकों में हाई अलर्ट घोषित कर रखा है.
दूसरी तरफ सीमा सुरक्षा बल ने जम्मू में अपने एक जवान का गला रेतने के मामले में अपने पाकिस्तानी समकक्षों के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया और पाक रेंजर्स को कहा कि ऐसा कृत्य सैनिकों को शोभा नहीं देता है. सरकारी सूत्रों ने कहा कि दोपहर में फोन पर सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों से फोन पर बात करते हुए पाकिस्तानी पक्ष ने 18 सितंबर को हेड कांस्टेबल नरेंद्र सिंह की हत्या में किसी तरह से हाथ होने से इनकार किया. भारतीय पक्ष ने इसे ऐसा कृत्या बताया है जो सैनिक को शोभा नहीं देता है. उन्होंने कहा कि सूचित किया गया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बीएसएफ के जवान की गोली मारकर हत्या की है. सूत्रों ने बताया कि यह प्रतिक्रिया पाकर बीएसएफ ने अन्य पक्ष को कहा कि भारत-पाकिस्तान सीमा पर भविष्य में होनेवाली किसी भी घटना के लिए पाक रेंजर्स जिम्मेदार होंगे.
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, आज दोपहर दोनों पक्षों के बीच फोन पर संक्षिप्त बात हुई. जब पाकिस्तान के संज्ञान में लगाया गया कि उन्होंने बिना उकसावे के गोलीबारी करके जवान की हत्या कर दी है तो उन्होंने घटना में अपने सैनिकों का हाथ होने से साफ-साफ इनकार कर दिया है. बीते तीन दिनों में बीएसएफ ने जवान की हत्या करने और गला रेतने पर अपने समकक्षों के समक्ष दूसरी बार विरोध जताया है. यह जवान सात अन्य के साथ रामगढ़ सेक्टर में सीमा बाड़ से आगे सरकंडे काटने के लिए गये थे. अधिकारी ने कहा कि बल ने इस घटना की पृष्ठभूमि में जम्मू में 192 किलोमीटर लंबी सीमा के सभी अग्रिम इलाकों में हाई अलर्ट जारी किया है. ऐसा संदेह है कि इस घटना को दूसरे पक्ष के दो सैनिकों ने अंजाम दिया है.
उन्होंने कहा कि जम्मू में सीमा के सभी स्थानों पर बल हेलीकॉप्टर और ड्रोनों की गतिविधियों पर नजर रख रहा है. इसलिए सीमा चौकियों और गश्ती दलों से अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है. अधिकारियों ने बताया कि बल ने जम्मू में दोनों पक्षों के बीच सेक्टर कमांडर स्तर (डीआईजी स्तर) की वार्ता की मांग की है, लेकिन सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं मिली. उन्होंने कहा कि बल को सीमा पार से फर्जी कॉलें आ रही है जिसमें लोग सरकार के खुफिया कर्मी या पत्रकार बनकर घटना का विवरण मांग रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि बीते दो दिनों में क्षेत्र अधिकारियों के निजी और आधिकारिक नम्बरों पर एक दर्जन से ज्यादा इस तरह की कॉलें आ चुकी हैं और ऐसा संदेह है कि कॉलें सीमा पार से की जा रही हैं.