नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी का प्रधानमंत्री पद तक पहुंचना भारतीय राजनीति में बहुत बडे बदलाव का प्रतीक है. इस बार के चुनावों में न सिर्फ कांग्रेस पार्टी का वर्चस्व समाप्त हुआ, बल्कि भाजपा ने पहली बार अकेले दम पर बहुमत का आंकडा पार किया और 30 साल बाद गठबंधन की राजनीति का युग समाप्त कर दिया. मोदी की चुनावी जीत ने विरोधियों को धराशायी कर दिया. 63 वर्षीय इस नेता ने काफी खर्चीले चुनाव प्रचार के जरिए बहुत ही होशियारी के साथ चुनावी खेल के नियम फिर से लिख दिये.
व्यापक जनादेश के बूते सरकार बना रहे मोदी के सामने अब काफी चुनौतियां हैं. कमजोर अर्थव्यवस्था के अलावा पूर्व की मनमोहन सिंह सरकार द्वारा छोडी गयी अन्य समस्याओं से भी निपटना है. एक मंझे हुए नेता की तरह मोदी अपनी बेबाक और ‘लीक से हटकर’ पहल करने के लिए जाने जाते हैं. वह भारतीय राजनीति में खेल का नियम बदल डालने वाले गजब के खिलाडी बनकर उभरे हैं.