मुंबई : लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत सिंह पर किए गए क्रूर हमले की निंदा करते हुए ‘इंडियन चैप्टर ऑफ पाकिस्तान इंडिया पीपुल्स फोरम फॉर पीस एंड डेमोक्रेसी’ ने इसकी जांच की मांग की है.
फोरम के महासचिव ई दीनदयालन और संयुक्त सचिव जतिन देसाई ने आज यहां एक बयान में कहा ‘हमें लगता है कि जांच के लिए एक उच्च स्तरीय स्वतंत्र समिति गठित की जानी चाहिए. इस घटना की तह तक जांच की जानी चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों, अधिकारियों को सजा दी जानी चाहिए चाहे वे कितने भी उंचे पद पर क्यों न हों.’
उन्होंने कहा कि कई भारतीय, पाकिस्तानी और दुनिया भर के शांति प्रिय लोगों ने बार बार पाकिस्तान से अपील की कि सरबजीत सिंह को रिहा कर भारत वापस भेजा जाए. उन्होंने कहा ‘जैसे ही उनकी हालत सुधरती है उन्हें तत्काल रिहा कर भारत वापस भेज दिया जाना चाहिए.’
दीनदयालन और देसाई ने कहा ‘भारत और पाकिस्तान को एक दूसरे के कैदियों का ध्यान रखना चाहिए और यह देखना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की कोई घटना नहीं हो.’ उन्होंने कहा ‘दोनों देशों को ऐसी योजना अपनाने पर विचार करना चाहिए जिसके तहत, अगर किसी को कई साल की सजा हो तो उसे उसके देश स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए जहां वह शेष सजा काट सके. भारत का बांग्लादेश के साथ ऐसा समझौता है.’