नयी दिल्ली : सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पार्टी के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष होने के नाते लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की अब तक की सबसे बुरी पराजय की जिम्मेदारी स्वीकारते हुए स्पष्ट किया कि पार्टी सामाजिक सद्भाव और राष्ट्रहित के मुद्दों पर संघर्ष जारी रखेगी.
कांग्रेस मुख्यालय पर मीडिया के सामने आये मां बेटे ने किसी सवाल का जवाब तो नहीं दिया लेकिन नयी सरकार को बधाई दी. राहुल ने कहा कि भाजपा को जनादेश मिला है. मैं उन्हें बधाई देता हूं . मैं उन्हें शुभकामनाएं देता हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनावों में खराब प्रदर्शन किया है और पार्टी को इस बारे में सोचने की जरुरत है.
राहुल ने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष के रुप में पूरी विनम्रता से मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं. सोनिया ने कहा कि जनादेश हमारे खिलाफ है और मैं इस फैसले को विनम्रता से स्वीकारती हूं . कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते मैं इसकी जिम्मेदारी लेती हूं. नयी सरकार को बधाई देते हुए सोनिया ने उम्मीद जतायी कि वह सामाजिक एकता और राष्ट्रहित से समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने सिद्धांतों के लिए लडाई जारी रखेगी और कोई समझौता नहीं करेगी.
सोनिया गांधी ने नयी सरकार को बधाई दी और कहा कि हमें उम्मीद है कि नयी सरकार देशहित के लिए काम करेगी.उन्होंने कहा कि हमें पूरी आशा है कि सरकार देशहित और जनहित के मुद्दों पर कोई समझौता नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि देश की जनता के इस फैसले को हम स्वीकार करते हैं और पार्टी अध्यक्ष होने के कारण मैं हार की जिम्मेदारी लेती हूं.