नयी दिल्ली : भाजपा ने दिल्ली में लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए आज राष्ट्रीय राजधानी की सातों संसदीय सीटें अपनी झोली में डाल लीं. पांच महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली आम आदमी पार्टी एक भी सीट नहीं जीत सकी. वहीं, दिल्ली में कांग्रेस का खराब प्रदर्शन जारी रहा. उसके दो केंद्रीय मंत्रियों समेत सात सांसद सभी संसदीय क्षेत्र में तीसरे स्थान पर रहे वहीं आप सभी सीटों पर दूसरे स्थान पर रही. दिल्ली में जो प्रमुख उम्मीदवार जीतने में कामयाब रहे उसमें दिल्ली भाजपा अध्यक्ष हर्षवर्धन, मीनाक्षी लेखी, भोजपुरी गायक मनोज तिवारी, उदित राज और रमेश बिधुडी शामिल हैं.
प्रतिष्ठित नई दिल्ली सीट पर लेखी ने आप उम्मीदवार आशीष खेतान को एक लाख 62 हजार 708 मतों के अंतर से हराया. लेखी को चार लाख 53 हजार 350 मत मिले जबकि खेतान को दो लाख 90 हजार 642 मत मिले. पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान सांसद अजय माकन एक लाख 82 हजार 893 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. उत्तर पश्चिम दिल्ली से भाजपा उम्मीदवार उदित राज ने अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी आप की राखी बिडला को 1.06 लाख मतों से हराया. उदित राज चुनाव से कुछ महीने पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे. उन्हें 6 लाख 29 हजार 860 मत मिले जबकि बिडला को पांच लाख 23 हजार 058 मत मिले.
बिडला मंगोलपुरी से विधायक हैं. केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस की वर्तमान सांसद कृष्णा तीरथ एक लाख 57 हजार 468 मतों से हारे जबकि बसपा के बसंत पंवार को 21 हजार 485 मत मिले. दक्षिण दिल्ली सीट पर बिधुडी ने आप के देविंदर सहरावत को एक लाख 7 हजार मतों के अंतर से हराया. तुगलकाबाद संसदीय सीट से विधायक बिधुडी को 4 लाख 97 हजार 980 मत मिले जबकि सहरावत को 3 लाख 90 हजार 980 मत मिले. कांग्रेस के वर्तमान सांसद और सज्जन कुमार के भाई रमेश कुमार एक लाख 25 हजार 213 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे. पूर्वी दिल्ली में भाजपा प्रत्याशी महेश गिरि ने आप उम्मीदवार और महात्मा गांधी के पौत्र राजमोहन गांधी को 1 लाख 90 हजार 463 मतों के अंतर से हराया.
राजस्थान में सभी 25 लोकसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा
हरियाणा में भाजपा की शानदार वापसी,सात सीटों पर मिली जीत,कांग्रेस को मिली एक सीट
करीब 15 साल के अंतराल के बाद भाजपा ने ‘मोदी लहर’ पर सवार होकर हरियाणा में शानदार वापसी की है. भाजपा ने हरियाणा की आठ सीटों पर चुनाव लडा था जिसमें उसे सात सीटों पर जीत हासिल हुई है जबकि कांग्रेस के पांच मौजूदा सांसदों को राज्य में हार का सामना करना पडा है. बहरहाल, भाजपा की गठबंधन सहयोगी हरियाणा जनहित कांग्रेस-बीएल ने जिन दो सीटों – हिसार और सिरसा पर चुनाव लडा उसमें उसे हार का सामना करना पडा. हिसार में हरियाणा जनहित कांग्रेस-बीएल के प्रमुख कुलदीप बिश्नोई को करारी शिकस्त मिली. उन्हें इनेलो के दुष्यंत चौटाला ने मात दी.
भाजपा ने अंबाला (एससी), कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, फरीदाबाद, गुडगांव और भिवानी महेंद्रगढ सीट पर जीत हासिल की है. इनेलो को सिरसा (एससी) और हिसार में जीत मिली जबकि कांग्रेस को मात्र रोहतक सीट से संतोष करना पडा. रोहतक सीट पर मुख्यमंत्री भुपिंदर सिंह हुड्डा के सांसद बेटे दीपेंद्र सिंह हुड्डा को जीत हासिल हुई. दीपेंद्र ने भाजपा उम्मीदवार ओ पी धनकर को 1,70,627 वोटों से हराकर लगातार तीसरी दफा इस सीट पर जीत दर्ज की है. हरियाणा की चार सीटों पर कांग्रेस को तीसरे स्थान से संतोष करना पडा है. राज्य की सभी 10 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने वाली आम आदमी पार्टी (आप) अपना खाता भी नहीं खोल सकी. ‘आप’ के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव को गुडगांव सीट पर हार का सामना करना पडा.