भुवनेश्वर : उच्चतम न्यायालय द्वारा सारदा घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिए जाने के बाद भाजपा ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि वे आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उन्हें भी जांच के दायरे में शामिल करने की मांग की.
वरिष्ठ भाजपा नेता बिजय महापात्रा ने यहां संवाददाताओं से कहा, नवीन पटनायक को चिटफंड की जांच के दायरे में आना होगा.उनकी भूमिका की जांच किए जाने की जरुरत है.इसके अलावा, वह गृहविभाग के प्रभारी भी तो हैं. उन्होंने दावा किया कि शीर्ष अदालत के आदेश के बाद मुख्यमंत्री और उनके साथी बेनकाब हो गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि जब अपराध शाखा और पुलिस आयुक्त कार्यालय (भुवनेश्वर-कटक) ने चिटफंट घोटाले की जांच की तब नवीन टीम के कप्तान थे और बतौर गृहमंत्री पूरी प्रक्रिया पर नजर रख रहे थे. संवाददाता सम्मेलन में महापात्रा के साथ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के वी सिंहदेव भी थे.
महापात्रा ने कहा कि जब सीबीआई जांच की मंाग तेज हो गयी तब पटनायक ने ओडिशा उच्च न्यायालय को एक पत्र लिखकर इसकी जांच के लिए एक न्यायाधीश उपलब्ध कराने को कहा जबकि उन्हें पता था कि वर्तमान न्यायाधीश को इस काम में नहीं लगाया जा सकता। तब उन्होंने आयोग बनाया। जब यह मामला शीर्ष न्यायालय में पहुंचा तब उन्होंने घोटाले में कथित रुप से शामिल लोगों को बचाने के लिए नामी गिरामी वकील किए जबकि यह चिटफंट कंपनियों एवं निवेशकों के बीच का मामला था.