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सीबीआइ के सामने हुए पेश पूर्व कोयला सचिव पी सी पारख

नयी दिल्ली : पूर्व कोयला सचिव पी सी पारख आज हिंडाल्को को ओडिशा की कोयला खान का आवंटन करने के लिए अपने पद का कथित तौर पर दुरुपयोग करने के मामले में सीबीआइ के अधिकारियों के सामने पेश हुए. पारख ने यहां सीबीआइ के मुख्यालय में प्रवेश करने से पहले संवाददाताओं से कहा मुझे जो […]

नयी दिल्ली : पूर्व कोयला सचिव पी सी पारख आज हिंडाल्को को ओडिशा की कोयला खान का आवंटन करने के लिए अपने पद का कथित तौर पर दुरुपयोग करने के मामले में सीबीआइ के अधिकारियों के सामने पेश हुए.

पारख ने यहां सीबीआइ के मुख्यालय में प्रवेश करने से पहले संवाददाताओं से कहा मुझे जो भी कहना था, मैंने पहले ही कह दिया है. देखते है वो क्या पूछते हैं. सीबीआइ ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी को फिर से सम्मन भेजा था जिसमें आज पेश करने का निर्देश दिया गया था. पारख ने इससे पहले 25 अप्रैल को जांच एजेंसी के सामने पेश होने में असमर्थता दिखाई थी.

पारख दिसंबर 2005 को सेवानिवृत्त हुए हैं. सीबीआइ की प्राथमिकी में 69 वर्षीय अधिकारी पर आदित्य बिडला समूह की एक कंपनी हिंडाल्को को एक कोयला खान देने के लिए पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया गया है.सीबीआइ ने पिछले साल पारख, बिडला और हिंडाल्को एवं कोयला मंत्रालय के अनाम अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बिडला और हिंडाल्को ने अनियमितताओं के आरोप को खारिज किया है.

एजेंसी ने आरोप लगाया कि 2005 के दौरान इन लोगों ने आपराधिक षडयंत्र किया और तत्कालीन अधिकारी (पारख) ने तालाबीरा-2 और तालाबीरा-3 को कोयला खानों के आवंटन के मामले में अपने पद का दुरुपयोग किया और अनुचित तरीके से मदद की. सीबीआइ ने इस मामले में पूर्व कोयला मंत्री दसारि नारायण राव और प्रधानमंत्री के सलाहकार टी के ए नायर से भी पूछ-ताछ की है.

प्राथमिकी के मुताबिक तालाबीरा-2 कोयला खान का आवंटन नेवेली लिग्नाइट लिमिटेड को करना था लेकिन पारख ने कथित तौर पर हिंडाल्को का पक्ष लिया और नेवेली के साथ इस खान के साझा करने की अनुमति दी जिससे सरकारी खजाने को नुकसान होने का अनुमान है.

सीबीआई ने प्राथमिकी में जो पारख पर आदित्य बिडला समूह के अध्यक्ष से मुलाकात का आरोप लगाया है, पारख ने उससे इनकार किया है और यह भी कहा है कि प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से बिडला समूह के पक्ष में सौदे को मंजूरी देने के संबंध में कोई दबाव नहीं डाला गया. सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने इस मामले में 2.4 लाख करोड रपए के बिडला समूह के शीर्ष अधिकारियों से पूछ-ताछ पूरी कर ली है.

हालांकि समूह के अध्यक्ष को बुलाने के संबंध में अब तक कोई फैसला नहीं किया गया है. पारख हाल में कोयला खानों के आवंटन पर आधारित अपनी किताब के विमोचन के संबंध में चर्चा में थे जिसमें उन्होंने अपने और कुमार मंगलम बिडला के उपर लगाए गए आरोप की तार्किकता पर सवाल उठाया था.

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