गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने विकीलीक्स के दावे के मुताबिक खबरों में आये कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के इस तथाकथित बयान का समर्थन किया कि असम गण परिषद राज्य में कथित तौर पर उग्रवादियों के समर्थन से सत्ता में आई थी.
विकीलीक्स केबल का हवाला दिये बिना गोगोई ने दावा किया, ‘‘एजीपी के उग्रवादी संगठनों से तार जुड़े हैं. राहुल गांधी का बयान सही है.’’ गोगोई ने यहां संवाददाताओं से कहा कि एक समय उल्फा और एजीपी भाई भाई थे. उल्फा के प्रमुख परेश बरुआ ने इन संबंधों की पुष्टि की थी. एजीपी उल्फा की मदद से सत्ता में आई थी. उसके शासनकाल में अनेक कांग्रेसी मारे गये.
पिछले महीने प्रकाशित विकीलीक्स के दस्तावेजों के अनुसार राहुल ने 2006 में एक अमेरिकी राजनयिक से कहा था कि उनके दिवंगत पिता राजीव गांधी के प्रधानमंत्रित्व काल में भारत ने असम में एक अलगाववादी समूह को सरकार बनाने का मौका दिया था और अमेरिका को हमास के साथ इसी मॉडल को अपनाना चाहिए.
जब गोगोई से उनके दावे के बारे में सबूत दिखाने को कहा गया तो उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं आपको प्रमाण देने के लिए बाध्य नहीं हूं. मेरे पास साक्ष्य हैं और इसलिए मैं ऐसा कह रहा हूं. गृह मंत्रालय के पास इस तरह के संबंधों के रिकार्ड हैं.’’ गोगोई ने हालांकि फौरन यह भी कहा कि एजीपी के पिछले कुछ सालों से उग्रवादी संगठनों से कोई संबंध नहीं हैं.
कांग्रेस ने विकीलीक्स की खबरों को खारिज किया था. कहा जा रहा है कि एजीपी राहुल गांधी के कथित बयानों के खिलाफ अदालत जाने के विकल्प पर विचार कर रही है.