लुधियाना : कांग्रेस को लुधियाना लोकसभा सीट पर नरेंद्र मोदी की ‘लहर’ को चुनौती देने के लिए पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की विरासत का सहारा है. इस सीट पर भाजपा और कांग्रेस के बीच कडा मुकाबला होने की संभावना है लेकिन चुनावी मैदान में आप और एक निर्दलीय विधायक की मौजूदगी से समीकरण बदल सकते हैं.
इस सीट से वर्तमान सांसद मनीष तिवारी के स्वास्थ्य संबंधी कारणों से इस बार चुनाव नहीं लडने के फैसले के बाद कांग्रेस ने आनंदपुर साहिब से सांसद रवनीत सिंह बिट्टू को लुधियाना सीट से खडा किया है जो कि 1995 में अतिवादियों के हमले में मारे गए पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं.
सत्तारुढ शिअद-भाजपा गठबंधन ने इस सीट से मनप्रीत सिंह अयाली को खडा किया है. हालांकि इस सीट से कुल 22 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं लेकिन बिट्टू और अयाली के अलावा सिमरजीत सिंह बैंस और आप के उम्मीदवार एच एस फुल्का को ही मजबूत प्रत्याशी माना जा रहा है. हालांकि चुनावी विश्लेषकों का कहना है कि बिट्टू और अयाली के बीच ही सीधा मुकाबला होने की संभावना है.