नयी दिल्ली : अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक खबर पर देश की राजनीति में हंगामा मचा हुआ है. खबर है कि मुस्लिम वोटों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में उनके लिए 4.5 प्रतिशत आरक्षण देने के वायदे को जोड़ा है. पिछड़ों के आरक्षण कोटे में से 4.5 प्रतिशत आरक्षण देने की बात कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में जोड़ा है. हालांकि कांग्रेस ने इस खबर को सिरे से खारिज कर दिया है.
दरअसल, अभी ओबीसी कोटे में पिछड़े मुसलमान भी शामिल हैं. लेकिन, इसमें धर्म के आधार पर अलग-अलग रिजर्वेशन की व्यवस्था नहीं है. कांग्रेस ओबीसी के 27% कोटे में से मुसलमानों के लिए 4.5% का अलग सब-कोटा तय करने की बात कर रही है. हालांकि, यह मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है.
कांग्रेस ने 26 मार्च को ही अपना घोषणापत्र जारी किया था और उसमें पिछड़े मुसलमानों के लिए कोटे का जक्रि भी था. अब पार्टी ने इसमें यह बात जोड़ी है कि मनमोहन सिंह सरकार ने 4.5% सब-कोटे की घोषणा की थी लेकिन कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी.