नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) ने अपनी नेता शाजिया इल्मी के विवादास्पद वीडियो क्लिप को लेकर कहा है कि वह सांप्रदायिकता की राजनीति में विश्वास नहीं करती, हालांकि उसने इस क्लिप का प्रसार करने वालों की मंशा पर भी सवाल खडे किए हैं.
पार्टी ने आज एक बयान में कहा, ‘‘आम आदमी पार्टी इस बात को दोहराना चाहती है कि वह सांप्रदायिकता की राजनीति में विश्वास नहीं करती और वह पूरी तरह से इसके खिलाफ है. हम इस गंभीर मुद्दे पर आप समर्थकों एवं आम जनता की चिंताओं को हल्के में नहीं लेंगे.’’ आप ने कहा, ‘‘इस 80 सेकेंड के वीडियो को सार्वजनिक किया गया, जबकि वीडियो के शेष हिस्से को साझा नहीं किया गया जिससे वास्तविक बात का चल पाता. इसने वीडियो क्लिप के पीछे की मंशा को लेकर गंभीर सवाल खडे किए हैं.’’पार्टी ने कहा, ‘‘अगर इन लोगों ने जनहित में ऐसा किया है तो हम उनसे आग्रह करते हैं कि वे वह पूरा वीडियो साझा करें अथवा इसके डाउनलोड करने के लिंक को सार्वजनिक करें.’’
इस सवाल के बारे में जब आप नेता अरविंद केजरीवाल से पूछा गया तो वह इसको टाल गए. इससे पहले शाजिया इल्मी ने अपना बचाव करने का प्रयास किया और कहा कि एक अनौपचारिक वार्ता के दौरान की गई उनकी टिप्पणी को उद्धृत किया जा रहा है और उनका लहजा मजाकिया था.शाजिया ने कहा था कि मुस्लिमों को ‘‘अपनी भलाई के लिए सांप्रदायिक बनना चाहिए.’’