रायपुर. कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा पर नक्सली हमले के बाद केंद्र व राज्य सरकारें नक्सली समस्या पर और गंभीर हो गयी है. इसी मामले को लेकर छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने आज सर्वदलीय बैठक बुलायी है.
बैठक मे भविष्य में नक्सलियों से कैसे निपटा जाए, इस पर चर्चा होगी. नक्सली हमले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, उनके बेटे दिनेश पटेल और वरिष्ठ नेता महेन्द्र कर्मा सहित 30 लोगों की मौत हो गई थी,जबकि पूर्व केन्द्री मंत्री विद्या चरण शुक्ल गंभीर रूप से घायल हो गए थे.
हालांकि कांग्रेस ने इस बैठक का बहिष्कार करने का फैसला किया है. पार्टी प्रवक्ता शैलेष नितिन त्रिवेदी ने कहा कि बैठक में हिस्सा लेने का कोई तुक नहीं है जब राज्य सरकार हमारी परिवर्तन यात्रा को सुरक्षा मुहैया कराने मे विफल रही. सर्वदलीय बैठक राज्य सचिवालय मे होगी.
कांग्रेस के बहिष्कार के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री रमन सिंह ने कहा कि मुख्य विपक्षी पार्टी को बैठक मे हिस्सा लेना चाहिए. नक्सलवाद से निपटने के लिए हमें एक जुट होना होगा,यह एक राष्ट्रीय समस्या है.
वहीं,बुधवार को सीआरपीएफ प्रमुख प्रणय सहाय और राज्य के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने दरभा घाटी का निरीक्षण किया. संजीव सिंह के नेतृव्य में छत्तीसगढ़ पहुंची राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) मामले की जांच कर रही है.
गौरतलब है कि 25 मई को हथियारो से लैस नक्सलियों ने कांग्रेस नेताओं के काफिले पर हमला कर दिया था जिसमें महेन्द्र कर्मा,नंद कुमार पटेल सहित 30 लोग मारे गए थे,जबकि 37 लोग घायल हो गए थे. हमले में घायल हुए पूर्व केन्द्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ल की हालत गंभीर बनी हुई है. उनका हरियाणा के गुड़गांव शहर में इलाज चल रहा है.