नयी दिल्लीः 2002 के गुजरात दंगों के बाद तात्कालिन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजयेपी और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हुए पत्राचार को सामने लाने के लिए एक आरटीआई दायर की गयी है.हालांकि इसे कांग्रेस की रणनीति कहा जा रहा है जिसके जरिये कांग्रेस भाजपा को घेरने की कोशिश में है. पीएमओ ने इसके लिए गुजरात सरकार और मोदी की इजाजत मांगने का फैसला किया है.
पीएमओ के मुख्य सूचना अधिकारी ने पहले तो ये जानकारी देने से इनकार कर दिय़ा था. लेकिन जानकारी मांगने वाले ने इस फैसले के खिलाफ आरटीआई के तहत अपील कर दी. इसके बाद पीएमओ के डायरेक्टर ने जानकारी मुहैया कराने का आदेश दिया है. यही वजह है कि इसके लिए गुजरात सरकार और मोदी की इजाजत मांगी जानी है. 2002 के गुजरात दंगों को लेकर मोदी से लगातार सवाल किये गये है. अब इस पत्राचार के सामने आने से कई बड़े खुलासे सामने आने की संभावना है.