आज के तनाव ग्रस्त जीवन मे हृदय रोग का खतरा दिन-प्रतिदिन
बढ़ता जा रहा है. हृदय को स्वस्थ रखने के लिए व्यायाम करना जितना जरूरी है, उतना ही स्वास्थ्यवर्धक खाना भी जरूरी है. जानिए उन आहारों के बारे में, जो विशेष रूप से आपके दिल को रखते हैं स्वस्थ.
रूपाली कुमारी
चीफ डायटीशियन
जगदीश मेमोरियल हॉस्पिटल, पटना
यह मायने नहीं रखता कि आप दिन में कितना वर्कआउट कर रहे हैं, यदि आप सही डायट नहीं लेते तो. हृदय हमारे शरीर का बहुत ही अहम अंग है. सभी अंगों की तरह दिल भी कई कारणों से बीमार होता है, जैसे -खून में वसा और कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अधिक होना, मोटापा, शराब एवं सिगरेट का सेवन, खून में शूगर की मात्रा का बढ़ जाना या खून की नालियों में सूजन होना, तनावपूर्ण जीवन शारीरिक निष्क्रियता इत्यादि.
दिल की बीमारियों को आम शब्दो में हृदय रोग कहा जाता है. इनमें मुख्यत: कोरोनरी आर्टरी डिजीज, उच्च रक्तचाप, कार्डियक मायोपथी, हार्ट फेल्योर, कंजेनिटल (जन्मजात) हार्ट डिजीज इत्यादि प्रमुख हैं. स्वस्थ दिल के लिए अच्छा डायट होना जरूरी है. हेल्दी डायट और नियमित व्यायाम दो जरूरी चीजें हैं, जो आपको दिल की बीमारियों से बचाती हैं. संतुलित एवं पौष्टिक आहार लेकर हृदय को स्वस्थ रखा जा सकता है. हमेशा ऐसा आहार लें, जो संतुलित हो. यदि आपका वजन ज्यादा है, तो वजन नियंत्रित करने के लिए सही तरीकों को जानें. अपने वजन, उम्र, लिंग और एक्टिविटी के आधार पर किसी डायटिशियन से कैलोरी एवं प्रोटीन की मात्रा सुनिश्चित करवाएं.
फाइबर : फाइबर हमारे शरीर के बुरे कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और अधिक स्टेरॉयड को शरीर से बाहर करने में मदद करता है. इसके लिए अपने आहार में फल, सब्जियां, साबूत अनाज, चोकर वाला आटा, छिलके वाली दाल, हरि पत्तीदार सब्जियां एवं नट्स शामिल करें. रंगीन फलों एवं सब्जियों में फाइबर के साथ ही विटामिन एवं एन्टिऑक्सिडेंट होते हैं, जो हृदय को बीमारी से बचाते हैं. फाइबर हृदय में खून के थक्के को भी बनने से रोकता हैं, जिससे मायोकार्डियल इन्फेक्शन का खतरा कम होता है.
सोडियम : नमक का उपयोग सीमित मात्रा में करें क्योंकि नमक में सोडियम होता है, जो कि रक्तचाप को बढ़ाता है. पैकेज्ड फूड प्रोडक्ट्स में अत्यधिक मात्रा में सोडियम होता है. फूड लेवल पढ़ कर ही चीजें खरीदें.
फैट : सामान्य व्यक्ति के लिए शरीर की कुल आवश्यक ऊर्जा का 20-25% ऊर्जा फैट से प्राप्त मिलता है. फैट की मात्रा के साथ ही गुणवत्ता भी महत्वपूर्ण है. मतलब कितनी मात्रा में और किस तरह का फैट ले रहे हैं. खाने में ज्यादातार वेजीटेबल ऑयल जैसे ऑलिव ऑयल, सरसों का तेल, मूंगफली का तेल, सूर्यमुखी का तेल, सोयाबीन का तेल का इस्तेमाल करें.
कोलेस्ट्रॉल : आहार में कोलेस्ट्रॉल युक्त भोज्य पदार्थों का सेवन कम करें. प्रतिदिन 300 मिलीग्राम कोलेस्ट्रॉल की जरूरत होती है. घी, अंडा, मांस, मक्खन का सेवन कम करें.
ट्रांस फैट : ट्रांस फैट हमारे हृदय के लिए बहुत ही हानिकारक है. एक ही तेल को कई बार गर्म करने से उसमें ट्रांस फैट एसिड बन जाता है. इसलिए तेल को बार-बार गर्म कर के उपयोग न करें. फास्ट फूड, बेकरी उत्पाद आदी का उपयोग कम करें.
ओमेगा-3 फैटी एसिड : अपने आहार में मछली को शमिल करें. मछली के तेल में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है, जो दिल की बीमारी से बचाता है. सप्ताह में दो दिन मछली खाएं. मछली के अलावा तीसी और अखरोट में भी अच्छे मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है.
सुपर फूड्स फॉर हार्ट : मछली के अलावा, नट्स, ओट ब्रान, लहसुन, प्याज, ऑलिव आयल, हरी सब्जियां,पपीता, अन्ननास, तरबूज का बीज, टमाटर, खीरा, अनार, बथुआ, मेथी, हल्दी आदि फायदेमंद है. इसके साथ ही दिल को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है कि व्यक्ति शारीरिक तौर पर एक्टिव रहे. इसके लिए प्रतिदिन 45 मिनट व्यायाम करना चाहिए.
इन बातों का ध्यान रखें :
– सुबह का नास्ता अवश्य करें.
– वजन हाइट के हिसाब से मेंटेन रखें.
– मानसिक तनाव को दूर रखने के लिए मेडिटेशन करें.
– शराब एवं सिगरेट से परहेज करें.
– प्रतिदिन 2 से 3 लीटर पानी जरूर पीएं.