योग के बढ़ते प्रचलन और महत्व को देखते हुए आज ज्यादातर लोग इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बना रहे हैं. इसके बावजूद अगर सही समय और सही तरीके का पता न हो, तो योग करने का पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता. जानें योगाभ्यास का सही समय और तरीका क्या है.
सुविधाजनक समय : योग की शुरुआत ब्रह्ममुहूर्त में करना बेहतर है. वैसे अगर आप सुबह योगाभ्यास न कर पायें, तो सुबह, दोपहर या शाम जब चाहें, अपनी सुविधानुसार एक समय तय करके भी अभ्यास कर सकते हैं. बस ध्यान रखें, इसमें नियमितता होनी चाहिए और उस दौरान आस–पास का वातावरण शांत होना चाहिए. अगर आपके घर में लॉन या टैरेस हो, तो वहां बैठ कर आप सबसे सूकून से योगाभ्यास कर सकते हैं.
भोजन के तुरंत बाद नहीं : खाना खाने के आधे घंटे पहले और करीब घंटे भर बाद योगाभ्यास न करें. इससे फायदा होने के बजाय नुकसान होने की संभावना ज्यादा है. खाली पेट योग करना सर्वाधिक फायदेमंद रहता है, इसलिए सुबह इसका अभ्यास करने की सलाह दी जाती है. हालांकि उपवास या देर तक भूखे पेट रह कर भी कठिन योगाभ्यास करने से बचना चाहिए.
आरामदायक कपड़े पहनें : योग करते समय आपके कपड़े ढीले–ढाले और आरामदायक होने चाहिए, ताकि विभिन्न मुद्राओं में बैठते–उठते समय आपको किसी तरह की असुविधा न हो.
शुरुआत आसान आसनों से : योगाभ्यास की शुरुआत में आसान और सरल आसनों का अभ्यास करें. फिर धीरे–धीरे कठिन आसनों की तरफ बढ़े. समय भी उसी अनुसार तय करें. आरंभ में प्रत्येक अभ्यास को पांच मिनट करें. उसके बाद क्रमश: समय को अपनी सुविधानुसार बढ़ा सकती है. अगर किसी आसन को करने में आप कंफर्टेबल फील न करें, तो शरीर को कष्ट देने के बजाय बेहतर होगा उसे न करें.