बॉलीवुड अभिनेता तुषार कपूर के बाद अब फिल्ममेकर करण जौहर सरोगेसी से सिंगल पेरेंट बने हैं. लेकिन अब एकबार फिर सेरोगेसी को लेकर जंग छिड़ गई है और अब कानून की सीमा के अंदर रहकर सिंगल पेरेंट बनना मुश्किल हो सकता है.
दरअसल नरेंद्र मोदी कैबिनेट ने पिछले साल ही सरोगेसी से जुड़े विधेयको को मंजूरी दे दी थी. फिलहाल सरोगेसी बिल को संसद में मंजूरी मिलने का इंतजार है. इसके बावजूद ज्यादातर डॉक्टर्स ने अब सिंगल और गे व्यक्तियों को क्लांयट के तौर पर स्वीकार करना बंद कर दिया है.
सरोगेसी बिल 2016 के अनुसार न सिर्फ व्यवसायिक सरोगेसी पर रोक लगायी जायेगी, बल्कि लिव-इन रिलेशनशिप में रहनेवाले कपल, होमोसेक्सुअल कपल और सिंगल व्यक्ति भी पेरेंट बनने के लिए सरोगेसी का सहारा नहीं ले पायेंगे.
इस बिल के मौजूदा ड्राफ्ट के अनुसार, ऐसे कपल्स जिनकी शादी को 5 साल से अधिक हो चुका है और किसी मेडिकल कारण की वजह से बच्चा नहीं हो सकता और इसका उनके पास सबूत है, सिर्फ ऐसे ही कपल सरोगेसी का इस्तेमाल कर सकेंगे.
तुषार और करण से पहले पहले शाहरुख खान-गौरी खान, आमिर खान-किरण राव और सोहेल खान-सीमा सचदेवा खान भी सरोगेसी से माता-पिता बन चुके हैं.