यह राम गोपाल वर्मा की आग नहीं है. इस बार यह ऑरिजनल है और आप गब्बर, हेलेन और बसंती को 3डी में देख सकते हैं. रमेश सिप्पी की शोले पहली बार रिलीज होने के लगभग 4 दशक बाद 3डी और 2डी दोनों वर्जन में बड़ी स्क्रीन पर वापस लौटी है. एक पूरी ऐसी पीढ़ी है, जिसे फिल्मों के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अपना नाम दर्ज करा चुकी इस फिल्म को सिनेमा हॉल में देखने का मौका अब तक नहीं मिला था. वैसे टेलिविजन पर यह फिल्म कई बार दिखाई जा चुकी है.
वैसे अगर शोले के इस नये अवतार से हो रहे बिजनेस की बात की जाये, तो यह अच्छा रहा है. वीकएंड पर इसने 850 स्क्रीन्स के जरिये 6 करोड़ का कलेक्शन किया. शोले की री-रिलीज ने निश्चित तौर पर किसी नयी हिंदी फिल्म की रिलीज के मुकाबले ज्यादा पैसा कमाया है और यह धूम 3 जैसी सुपरहिट फिल्म के मुकाबले खड़ा होने में भी कामयाब रही है.