जबलपुर (मध्यप्रदेश) : मशहूर फिल्म निर्माता-निर्देशक सुभाष घई ने मध्य प्रदेश सरकार से दिवंगत आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश ‘ओशो’ की ध्यान विधि पर अध्ययन के लिए जबलपुर में एक अनुसंधान केंद्र खोलने की मांग की. वह जबलपुर में आचार्य रजनीश के जन्मदिवस पर आयोजित बृहस्पतिवार से शुरू तीन दिवसीय ‘ओशो अंतरराष्ट्रीय महोत्सव’ के अवसर पर यहां तरंग सभागार में मीडिया से चर्चा कर रहे थे.
उन्होंने कहा, ‘मैं मध्य प्रदेश सरकार से अनुरोध करता हूं कि जबलपुर में एक ऐसा बड़ा अनुसंधान केंद्र या संस्थान खोलें, जहां पर आचार्य रजनीश ‘ओशो’ की ध्यान विधि की शिक्षा लोगों को दी जा सके.”
फिल्मकार ने कहा कि जबलपुर ओशो की कर्मभूमि है. यहां उन्होंने आध्यात्म को आत्मसात किया, इसलिए यहां एक शैक्षिक संस्थान होना चाहिए. इसके अलावा, उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे अपने बच्चों को ओशो के संदेशों से परिचित करवाएं, उनके वक्तव्य सुनाएं और ध्यान के लिए प्रेरित करें, जिससे उनका नजरिया जिंदगी के प्रति बदले और वे अंदर से भी मजबूत और सक्षम बन सकें.
मालूम हो कि आचार्य रजनीश के जीवन संदेश को देश-दुनिया में प्रचारित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार उनके जन्मदिवस पर 11 दिसंबर से तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ओशो महोत्सव का आयोजन कर रही है. आचार्य रजनीश को ओशो भी कहा जाता है. उन्होंने जबलपुर में अपने जीवन के करीब 21 बरस गुजारे थे.