-1998 विश्व कप
करीब 60 साल बाद फुटबॉल विश्व कप फ्रांस लौटा. इस बार विश्व कप में 32 टीमें शामिल हुईं, लेकिन विश्व कप का आयोजन सफल साबित हुआ. ब्राजील की टीम इस साल भी खिताब की बहुत बड़ी दावेदार थी. ब्राजील के स्टार खिलाड़ी रोनाल्डो अपने प्रदर्शन के बेहतरीन दौर में थे. रोमारियो घायल थे, इसलिए रोनाल्डो पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी थी. ब्राजील ने प्रतियोगिता में अच्छी शुरुआत की. हालांकि स्कॉटलैंड के खिलाफ 2-1 से मैच जीतने में टीम को थोड़ा पसीना बहाना पड़ा, लेकिन अगले ही मैच में मोरक्को को 3-0 से हरा कर टीम में उत्साह लौट आया, लेकिन पहले दौर के मैच में नॉर्वे के हाथों मिली हार ने टीम का मनोबल काफी कमजोर किया. 1966 के बाद पहली बार ब्राजील की टीम पहले दौर का कोई मैच हारी थी. मेजबान फ्रांस ने पहले दौर की शानदार शुरुआत की. फ्रांस ने दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब और डेनमार्क को हराकर पहले दौर की शुरुआत की, लेकिन सऊदी अरब के खिलाफ मैच में मेक्सिको के रेफरी ने जिनेदिन जिदान को रेड कार्ड दिखा दिया और फ्रांस को दूसरे दौर की शुरुआत अपने स्टार खिलाड़ी के बिना ही करनी पड़ी.
फाइनल में ब्राजील के स्टार खिलाड़ी रोनाल्डो को लेकर जो अफवाहों का बाजार गर्म रहा, उसकी सच्चाई आज तक सामने नहीं आ पायी है. कहा गया कि रोनाल्डो का घुटना जवाब दे गया था, तो ये भी कहा गया कि वे बेहोश हो गये थे. खैर जो भी हो, टीम शीट से उनका नाम गायब था, लेकिन बाद में वे टीम में आये, लेकिन वे थके हुए नजर आ रहे थे. लोगों को कहीं से वो रोनाल्डो नजर नहीं आया, जिसके लिए वे जाने जाते थे.
दूसरी ओर फ्रांस के स्टार खिलाड़ी जिनेदिन जिदान अभी तक पूरे फॉर्म में आ गये थे और उनका प्रदर्शन देखने लायक था. दूसरी ओर ‘बीमार’ रोनाल्डो के कारण ब्राजील की टीम अपने फॉर्म में नजर नहीं आयी. इसका अंदाजा इसी से होता है कि वे एक गोल भी नहीं मार पाये. फ्रांस ने जिनेदिन जिदान के दो गोलों की बदौलत ब्राजील को 3-0 से हरा कर और विश्व कप का खिताब जीत लिया. हालांकि इसके बाद सफलता नहीं मिली.