नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर को 500 और 1000 के नोट को अमान्य करार दिया था. इस दिन उन्होंने पुराने नोटों को बैंक में जमा कराने और बदलवाने के लिए लोगों को कई ऑप्शन दिये. दो दिनों के बाद जब बैंक खुले तो बैंकों और एटीएम के बाहर लोगों की लंबी कतारें उमड़ने लगी. ऐसे ही हालात कई दिनों तक चलते रहे.
नोटबंदी की घोषणा के 50 दिन पूरे हो चुके हैं, बैंकों में कतारें छोटी हो चुकी हैं. हालांकि एटीएम में अब भी आवश्यक्ता के अनुसार पैसे नहीं निकल रहे हैं कुछ एटीएम को छोड़ कर. नोटबंदी के 50 दिनों में भारतीय रिजर्व बैंक और केंद्र सरकार ने करीब 64 बार नियमों में बदलाव किये.
8 नवंबर – बैन किये गये 500 और 1000 के पुराने नोट को बदलने की सीमा 4000 तय किये गये. सरकार ने कहा, बिना कोई हड़बड़ी के 30 दिसंबर तक पुराने नोट बैंकों में जमा करायें. पुराने नोट सरकारी अस्पताल में, एलपीजी, रेलवे स्टेशन, पेट्रोल पंप और शवदाह गृह में मान्य किया गया.
9 नवंबर – पुराने नोट मैट्रो स्टेशन, टोल प्लाजा, दवा दुकानों में मान्य होंगे.
10 नवंबर – पुराने नोट से बिजली का बिल, पानी की बिल, सरकारी स्कूलों और यूनिवर्सिटी में, टैक्स चुकाने में मान्य.
13 नवंबर – नोट बदलने की सीमा बढ़ाकर 4500 किया गया.
14 नवंबर – छूट 24 नवंबर तक किया गया.
17 नवंबर – नोट बदलने की सीमा घटाकर 2000 किया गया.
19 नवंबर – सरकार ने एक फैसला लिया और कहा कि अब सारे पुराने नोट एक साथ जमा कराने होंगे और बैंक को बतना होगा कि अब तक क्यों नहीं जमा कराया. हालांकि सरकार ने इस फैसले पर तुरंत अपना फैसला बदला और आदेश को वापस लिया.
24 नवंबर – 1000 के नोट पूरी तरह से बंद, पुराने नोट बदलने पर सरकार ने रोक लगा दी.
* कैश निकालने पर – पहले एटीएम से एक दिन में 2000 हजार और बैंकों से 10,000 निकासी की सीमा तय की गयी. सप्ताह में 20 हजार निकासी की सीमा तय की गयी. इसके बाद एटीएम से निकासी की सीमा बढ़ाकर 2500 किया गया और सप्ताह में बैंक से निकासी की सीमा बढ़ाकर 24 हजार किया गया जो अब तक जारी है.
* शादी के लिए छूट- सरकार ने तय किया कि शादी के लिए बैंकों में जरूरी दस्तावेज जमा कराकर 2.5 लाख रुपये निकाले जा सकते हैं.
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