मुंबई : भारतीय शेयर बाजार के प्रति सकारात्मक रझान जाहिर करते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने दिसंबर, 2013 में समाप्त तिमाही के दौरान सेंसेक्स की 21 कंपनियों ने अपना निवेश बढ़ाया है. इन कंपनियों में टीसीएस, इन्फोसिस, रिलायंस इंडस्टरीज और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं.
प्रमुख कंपनियों में हिस्सेदारी के तरीके के मुताबिक भारतीय शेयर बाजारों में प्रमुख भूमिका निभाने वाले एफआईआई ने अक्तूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान सेंसेक्स की 30 में से 21 कंपनियों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई.तिमाही के दौरान एफआईआई ने जिन अन्य कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है उनमें बजाज ऑटो, भेल, ओएनजीसी, गेल, टाटा पावर, सेसा स्टरलाइट, हीरो मोटोकार्प, टाटा मोटर्स, मारति, हिंडाल्को, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी, विप्रो, डॉ रेड्डीज लैब व महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं.
हालांकि, एफआईआई ने इस दौरान हिंदुस्तान यूनिलीवर, आईटीसी, कोल इंडिया, एसबीआई, एनटीपीसी, भारती एयरटेल और एक्सिस बैंक में अपनी हिस्सेदारी घटाई है. इसके अलावा सिप्ला और सन फार्मास्युटिकल्स में हिस्सेदारी के ताजा आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं.आशिका स्टाक ब्रोकर्स के अनुसंधान प्रमुख पारस बोथरा ने कहा, ‘‘अक्तूबर से दिसंबर की तिमाही के दौरान शेयर बाजार में तेजी रही और निवेशकों का रझान भी आशावादी रहा. भारतीय कंपनियों के लिए कुल मिलाकर रझान अच्छा था. वैश्विक बाजार भी सहायक रहे. इन सब वजहों से प्रमुख कंपनियों में विदेशी संस्थागत निवेशकों की हिस्सेदारी बढ़ी.’’
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