हैदराबाद : भारत और यूरोपीय संघ का द्विपक्षीय व्यापार अगले 4-5 साल में 200 अरब डालर के आंकड़े पर पहुंच सकता है. यूरोपीय संघ के एक शीर्ष राजनयिक ने यह बात कही है. फिलहाल भारत-यूरोपीय संघ द्विपक्षीय व्यापार 130 अरब डालर का है.
भारत आए यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के राजदूत जोए क्राविन्हो ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन :संप्रग: का कार्यकाल पूरा होने तक दोनों पक्षों के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार करार से संबंधित कुछ मुद्दे सुलझ जाएंगे.
यहां एक कार्यक्रम के मौके पर प्रेट्र से बातचीत में उन्होंेने कहा, ‘‘हम 120 से 130 अरब डालर की बात कर रहे हैं. यह वास्तव में काफी उल्लेखनीय है. अगले 4 से 5 साल में द्विपक्षीय व्यापार 200 अरब डालर पर पहुंच जाएगा.’’
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 28 देशों का यूरोपीय संघ ब्लाक भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है. 2012 में भारत यूरोपीय संघ द्विपक्षीय व्यापार 75.8 अरब यूरो( 103.7 अरब डालर )रहा, जो 2011 में 80.2 अरब यूरो यानी 109.4 अरब डालर रहा था. इस तरह आपसी व्यापार के आंकड़े में 5.49 फीसद की गिरावट आई.
राजदूत ने कहा, ‘‘द्विपक्षीय व्यापार बढ़ रहा है. 2011 सबसे अच्छा साल रहा. 2012 का आंकड़ा 2011 से कुछ कम रहा. लेकिन यह दूसरा सबसे अच्छा साल रहा. अब यूरोप की अर्थव्यवस्था सुधर रही है जिससे वृद्धि वापस लौट रही है.’’मुक्त व्यापार करार पर एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कुछ अड़चनों के मामले में आगे प्रगति नहीं हुई है जिनकी वजह से करार की प्रक्रिया में विलंब हो रहा है.
उन्होंने कहा कि पिछले साल के दौरान ये अड़चनें बनी रहीं. ‘दुर्भाग्य की बात यह है कि पिछले साल के दौरान कोई प्रगति नहीं हुई. लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि संसद के अंतिम चरण में कुछ समाधान तक पहुंच सकेंगे.’’
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