नयी दिल्ली : जर्मनी की वाहन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी फॉक्सवैगन ने भारतमेंअपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली प्रीमियम हैचबैक पोलो की 389 कारों को वापस मंगाया है. कंपनी ने इन गाडियों को खराब हैंडब्रेक को दुरस्त करने के लिए वापस लेने का फैसला किया है. फॉक्सवैगन इंडिया के एक बयानमेंकहा, ‘‘स्वैच्छिक सुरक्षा उपाय के तहत फॉक्सवैगन पैसेंजर कार्स भारत में 389 पोलो कारें वापस ले रही है. ये कारें 2015 सितंबर विनिर्मित कारों के एक बैच की हैं.
इन कारों को निरीक्षण और हैंडब्रेक में सुधारात्मक मरम्मत के लिए वापस लिया जा रहा है.’ कंपनी के गुणवत्ता आश्वासन विभाग ने तय किया है कि कुछ निश्चित परिस्थितियों मेंहैंडब्रेक तंत्र प्रभाव गंवा सकता है. इसमें कहा गया है कि फॉक्सवैगन के प्रदर्शन के आकलन से पता चलता है कि कुछ परिस्थितियां मेंमें हैंब्रेक केबल रिटेंशन लीवर (यर ब्रेकर लाइनर)में टूटसकता है.
कंपनी ने कहा कि जिन ग्राहकों के पास ये वाहन हैं उनसे फॉक्सवैगन के डीलर निरीक्षण और सुधारात्मक मरम्मत के लिए संपर्क करेंगे. यह काम तत्काल शुरु होगा.इसके लिए ग्राहकों से कोई लागत नहीं ली जाएगी. कंपनी ने कहा, ‘‘स्टाक में पहचान की गई पोलो कारों की डिलिवरी प्रत्येक कार के निरीक्षण और मरम्मत का काम पूरा होने के बाद फिर शुरु की जाएगी. कंपनी ने कल पोलो माडल की बिक्री पर रोक लगा दी थी.
फॉक्सवैगन ने स्पष्ट किया है कि इससे प्रभावित न होने वाली पोलो कारों की श्रृंखला की डिलिवरी तय समय के अनुसार की जाएगी. फॉक्सवैगन ने कल भारत में अपने डीलरोंसे अस्थायी तौर पर हैचबैक पोलो की बिक्री रोकने को कहा था. कंपनी ने इसके लिए तकनीकी वजह बताई थी. यह अमेरिका और यूरोपमेंउत्सर्जन घोटाले से संबंधित नहीं है. फॉक्सवैगन ने इस साल अप्रैल से अगस्त की अवधि में पोलो की 20,030 इकाइयोंका उत्पादन कियाइनमें से 13,827 कारें भारतीय बाजार में बेची गईं जबकि 6,052 का निर्यात किया गया.
वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने जुलाई, 2012मेंस्वैच्छिक नीति की शुरआत की थी.उसके बाद से वाहन विनिर्माता सुरक्षा मुद्दों पर वाहनोंको बाजार से वापस ले रहे हैं. इसकी शुरआत के बाद से भारत में विभिन्न कार कंपनियों द्वारा 13,25,064 वाहन बाजार से वापस लिए गए हैं. पिछले महीने होंडाकार्स इंडिया ने 2003 से 2012 के दौरान विनिर्मित अपने प्रीमियम स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन सीआर-वी, सेडान सिविक, सिटी और हैचबैक जैज की 2.24 लाख इकाइयां खराब एयरबैग इनफ्लेटर्स को बदलने के लिए वापस ली थी। यह देशमेंअभी तक इस तरह की सबसे बडी प्रक्रिया है.
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