7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

भारत में बढ़ी धनाढय परिवारों की संख्‍या, दुनिया में चौथे नंबर पर

न्यूयार्क : भारत 10 करोड डालर या उससे अधिक की सम्पत्ति वाले अतिधनाढ्य परिवारों की संख्या के हिसाब से विश्व में चौथे स्थान पर है. इस समूची में अमेरिका शीर्ष स्थान पर है. बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक ताजा एक रपट में कहा गया है कि चीन और भारत आर्थिक वृद्धि बरकरार रहने से एशिया-प्रशांत […]

न्यूयार्क : भारत 10 करोड डालर या उससे अधिक की सम्पत्ति वाले अतिधनाढ्य परिवारों की संख्या के हिसाब से विश्व में चौथे स्थान पर है. इस समूची में अमेरिका शीर्ष स्थान पर है. बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक ताजा एक रपट में कहा गया है कि चीन और भारत आर्थिक वृद्धि बरकरार रहने से एशिया-प्रशांत क्षेत्र में लोगों की संपत्ति बढ रही है.

रपट में कहा गया कि अमेरिका 2014 में अतिउच्च कोटि के धनाढ्यों की संख्या 5,302 थी. उसके बाद चीन (1,037), ब्रिटेन (1,019), भारत (928) और जर्मनी (679) का स्थान रहा. भारत के धनाढ्य परिवारों की संख्या 2013 के 284 के मुकाबले एक साल में तीन गुनी से भी अधिक हो गयी.
रपट में कहा गया कि एशिया प्रशांत क्षेत्र में निजी संपत्ति 2014 में 29 प्रतिशत बढकर 47,000 अरब डालर हो गई और यह यूरोप (पूर्वी एवं पश्चिमी यूरोप) को पीछे छोडकर विश्व का दूसरा सबसे अमीर क्षेत्र बन गया.
रपट के मुताबिक एशिया-प्रशांत (जापान को छोडकर) 2016 में अनुमानित 57,000 अरब डालर की निजी संपत्ति के साथ उत्तरी अमेरिका (56,000 अरब डालर) को पार कर जाएगा. कल जारी रपट के मुताबिक इस रफ्तार से यह क्षेत्र 2016 में 57,000 अरब डालर की पारिवारिक संपत्ति के साथ विश्व में सबसे संपन्न क्षेत्र के तौर पर उत्तरी अमेरिका को पछाड देगा.अनुमान है कि 2019 तक एशिया प्रशांत क्षेत्र के पास वैश्विक निजी संपत्ति का 34 प्रतिशत हिस्सा होगा.
रपट के मुताबिक 10 प्रतिशत सालाना वृद्धि के साथ एशिया प्रशांत में निजी संपत्ति 2019 तक बढकर 75,000 अरब डालर हो जाएगी. रपट में कहा गया कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र में संपत्ति में वृद्धि इसकी दो सबसे बडी अर्थव्यवस्था, चीन और भारत की निरंतर वृद्धि से प्रेरित रही. चीन और भारत में निजी संपत्ति में बढोतरी मुख्य तौर पर स्थानीय शेयर बाजारों में निवेश से अर्जित लाभ से प्रेरित रही.
चीन के शेयर बाजार में वर्ष के दौरान 38 प्रतिशत और भारतीय शेयर बाजार में 23 प्रतिशत की तेजी आई. इस दौरान वैश्विक निजी संपत्ति 2014 में करीब 12 प्रतिशत बढकर 164,000 अरब डालर हो गई. रपट में कहा गया है कि बढोतरी 2013 के अनुरुप रही जबकि वैश्विक संपत्ति 12 प्रतिशत से थोडी अधिक रही. अगले पांच साल में वैश्विक स्तर पर कुल निजी संपत्ति छह प्रतिशत की सालाना वृद्धि की दर से 2019 में 222,000 अरब डालर हो जाएगी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें