नयी दिल्ली: फल और सब्जियों सहित खाद्य वस्तुओं के महंगा होने की वजह से नए आधार वर्ष 2012 पर खुदरा मुद्रास्फीति जनवरी में बढकर 5.11 प्रतिशत पर पहुंच गई.उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति दिसंबर में पुराने आधार वर्ष 2010 के मुताबिक 5 प्रतिशत तथा नए आधार वर्ष 2012 के आधार पर पुन: गणना करने पर: 4.28 प्रतिशत थी.
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने उपभोक्ता मूल्य सूचकांक की गणना के लिए आधार वर्ष 2010 के बजाय 2012 कर दिया है.नयी सीरीज जारी करने के बाद मुख्य सांख्यिकीविद टीसीए अनंत ने संवाददाताओं को बताया, ‘‘ वर्ष 2014-15 में मुद्रास्फीति 2013-14 के स्तर से कम रहेगी.’’ उन्होंने कहा कि वस्तुओं एवं समूहों के भारांश में बदलाव के अलावा, ‘‘ हमने मुद्रास्फीति की गणना के लिए ज्यामितीय औसत निकालने की विधि अपनायी है जबकि पिछली सीरीज में अंक गणित माध्य की विधि अपनायी जा रही थी.’’
फल, सब्जियों और मोटे अनाज की कीमतें बढने की वजह से खाद्य मुद्रास्फीति जनवरी में 6.13 प्रतिशत रही. इस दौरान, अंडे की कीमत में 0.24 प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि दूध और इससे बने उत्पादों के दाम 9.38 प्रतिशत तक बढ गए.
सरकार ने उपभोक्ता खाद्य मूल्य सूचकांक (सीएफपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति भी जारी की जो वार्षिक आधार पर दिसंबर में 6.06 प्रतिशत रही.
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