सरकार ने विमानन कंपनियों को यात्रियों को उनकी मनपसंद सीट देने के बदले उनसे शुल्क वसूलने की अनुमति दी है. एक आधिकारिक विज्ञप्ति के मुताबिक, ‘‘ नागर विमानन मंत्री अजित सिंह ने नियमित उड़ान सेवाएं देने वाली विमानन कंपनियों को कुछ निश्चित सेवाओं को अलग करने और इनके लिए अलग से शुल्क वसूलने की अनुमति दी है.’’
विमानन कंपनियां यात्रियों से मनपसंद सीट के अलावा खाने, नाश्ते, पेय :पेयजल को छोड़कर:, सामानों, एयरलाइन लाउंज के इस्तेमाल, खेल के सामान और वाद्य यंत्र ले जाने व मूल्यवान सामानों पर शुल्क वसूलने को स्वतंत्र होंगी. उल्लेखनीय है कि यह व्यवस्था 2008 में उन अमेरिकी विमानन कंपनियों द्वारा शुरु की गई थी जो वित्तीय तंगी का सामना कर रही थीं.
विज्ञप्ति के मुताबिक, मंत्री का निर्णय एक स्वतंत्र सलाहकार की सिफारिशों पर आधारित है जिसने कहा है, ‘‘ परिचालन लागत पर नियंत्रण एवं एक सफल विमानन कंपनी चलाने के लिए सेवाओं को अलग करना आवश्यक हो गया है.’’ ‘‘ इस निर्णय का उद्देश्य विमानन कंपनियों को कम बजट वाले यात्रियों को कम आधार किराए की पेश करने की सुविधा प्रदान करना और साथ ही सेवा चाहने वाले यात्रियों को शुल्क भुगतान कर सेवाएं लेने का विकल्प मुहैया कराने की सहूलियत देना है.’’
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