लंदन. क्रिकेट का खेल पूरी तरह से बल्लेबाजों के पक्ष में दिखता है, लेकिन विश्व क्रिकेट समिति (डब्ल्यूसीसी) ने बल्ले के आकार को लेकर आम सहमति नहीं बनने के कारण इसके आकार से संबंधित नियम को बदलने से इनकार कर दिया है. डब्ल्यूसीसी ने अपनी बैठक में इस मुद्दे पर चर्चा की और फैसला किया कि बल्ले और गेंद के बीच संतुलन अभी बल्लेबाजों के पक्ष में इतना नहीं हुआ है कि इससे क्रिकेट के नियमों में बदलाव की जरूरत पड़े. एमसीसी की आधिकारिक वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार, आम सहमति के नहीं बनने से समिति ने इस बात से इनकार किया कि एमसीसी को इस चरण पर क्रिकेट के बल्ले के किनारे और गहराई को सीमित नहीं करना चाहिए, लेकिन इस पहलू पर करीब से निगाह जारी रखनी चाहिए. इस समय बल्ले की लंबाई की अनुमति 38 इंच है जबकि चौड़ाई साढ़े चार इंच है. एमसीसी ने इम्पिरीयल कॉलेज लंदन को पिछले कई दशकांे के क्रिकेट के बल्ले का आकार का अध्ययन करने के लिए कहा था, जिसमें बल्ले के किनारे और गहराई पर विशेष जोर दिया गया था. रिपोर्ट में कहा गया था कि आधुनिक बल्ले में बडे ‘स्वीट स्पाट’ हैं, जिसमें बड़े किनारे हैं और जब गेंद किनारे के करीब टकराती है, तो यह दूर तक जाती है.
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