नेशनल कंटेंट सेल
एजुकेशनल टेक्नोलॉजी स्टॉर्टअप इंडिगो लर्न डॉट कॉम ने एजेंल राउंड में 1.35 लाख डॉलर (96 लाख रुपये) का फंड जुटा लिया. इस तरह स्टार्टअप ने कुल 2.65 लाख डॉलर (1.88 करोड़) का कोष जुटाया. फंडिंग राउंड में फिनटेलेक्स के पूर्व सीइओ विवेक सुब्रमण्यम, टैंगो के उपाध्यक्ष और जीएम गिरिश व्यासमुद्री ने भी हिस्सा लिया.
फंडिंग करनेवाले उद्यमियों को एक ऐसे टेक्नोलॉजी बेस्ड एजुकेशन डिलिवरी सिस्टम की जरूरत थी, जो अकांउटिंग के प्रतियोगी छात्रों के लिए उपयोगी हो. इंडिगो लर्न स्टार्टअप ने 700 घंटों में एनिमेशन और वीडियो से चार्टर्ड अकाउंटेंट के छात्रों के लिए एक प्रोग्राम बनाया, उनके कोर्स में सहूलियत देगा. इंडिगो लर्न की संस्थापक और सीइओ श्रीराम सोमायाजुला ने एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में कहा कि आम तौर पर सारी एजुकेशन टेक्नोलॉजी कंपनियां विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र को लेकर काम कर रही हैं, फाइनांस और अकाउंटिंग के छात्रों के लिए स्टार्टअप सेक्टर में बहुत कम जगह है. हमारा स्टार्टअप उनके लिए एक अहम योगदान है. अप्रैल 2018 में कंपनी ने काम शुरू किया. फिलहाल कंपनी में 20 कर्मचारी और 13 फैकल्टी 20,000 रजिस्टर्ड यूजर्स के लिए कंटेंट तैयार करते हैं. इसके लिए प्रति यूजर्स 3000 से लेकर 4000 रुपये फीस ली जाती है.
इस स्टार्टअप के चार संस्थापकों में से तीन चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. एक आकलन के मुताबिक हर साल चार्टर्ड अकाउंटेट की परीक्षा में 10 लाख स्टूडेंट हिस्सा लेते हैं. इसमें अगर कॉमर्स और फाइनांस के छात्रों को भी जोड़ लिया जाये, यह आंकड़ा 50 लाख के करीब पहुंच जाता है. फिलहाल यह स्टार्टअप केवल सीए के परिक्षार्थियों पर ही अपना फोकस रखा है. स्टार्टअप सीए फाउंडेशन और सीए इंटर के छात्रों को कंटेंट मुहैया कराता है. सीए फाइनल के छात्रों के लिए मॉडल तैयार करने की योजना बना रही है.
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