नयी दिल्ली : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के निर्देश पर दर्द निवारक वोवेरान इंजेक्शन के उत्पादन और बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. विशेषज्ञों की समिति की रिपोर्ट में कहा गया था कि इस दवा में ऐसे तत्व मिले हैं, जिनका मरीजों की किडनी पर बुरा असर पड़ रहा है. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने दवा बनाने वाली कंपनी का लाइसेंस रद्द करने का आदेश दिया है. इसके साथ ही वोवेरान इंजेक्शन को बाजार से वापस मंगवाने के आदेश भी दिये हैं.
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उत्तराखंड और लक्षद्वीप में मेसर्स थेमिस मेडिकेयर लिमिटेड इस दवा (डाइक्लोफिनेक सोडियम या वोवेरान) को बना रही थी. मार्केटिंग मल्टीनेशनल कंपनी मेसर्स नोवार्टिस और मेसर्स गैटफोस कर रही थी. उत्तराखंड और लक्षद्वीप की ड्रग्स लाइसेंसिंग अथॉरिटी को तुरंत प्रभाव से दवा का उत्पादन रोकने के निर्देश दिये गये हैं. भारतमें वोवेरान इंजेक्शन का सालाना कारोबार करीब 400 करोड़ रुपये का है.
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