वाशिंगटन : अमेरिका और चीन के बीच जारी व्यापार युद्ध के लिए अमेरिका ने गुरुवार को पूरी तरह से चीन को जिम्मेदार ठहराया है. अमेरिका ने चीन से कहा है कि वह दशकों से जारी अनुचित व्यापार गतिविधियों को बंद करे. व्हाइट हाउस ने इस दिशा में कोई प्रगति नहीं होने पर बीजिंग के खिलाफ अपना रुख और कड़ा करने का भी संकेत दिया है. अमेरिका ने कहा है कि वह 1,300 से अधिक चीनी उत्पादों पर 25 फीसदी की दर से आयात शुल्क लगाने के अपने प्रस्ताव पर आगे कदम बढ़ायेगा. इसके साथ ही, व्हाइट हाउस ने चीन की इस योजना को भी काफी गंभीरता से लिया है कि वह जवाबी कारवाई में 106 अमेरिकी उत्पादों के 50 अरब डाॅलर के आयात पर शुल्क लगायेगा.
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चीन ने कहा है कि यदि अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर आयात शुल्क लगाया, तो वह भी अमेरिका से छोटे विमान, कारों और सोयाबीन के आयात पर शुल्क लगायेगा. व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव साराह सेंडर्स ने दैनिक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम वर्तमान में समीक्षा प्रक्रिया में हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि चीन बदलाव लाए और अनुचित व्यापार गतिविधियों को रोके, जिन्हें वह दशकों से अपना रहा है. उन्होंने कहा कि इसमें कुछ माह लग सकते हैं, जब दोनों तरफ से कोई भी पक्ष प्रस्तावित शुल्क दरों को अमल में लायेगा. ऐसे में उम्मीद करते हैं कि चीन सही कदम उठायेगा. सैंडर्स ने कहा कि जो भी समस्या इस समय है वह चीन की वजह से है इसके लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.
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बेवकूफ आैर बेकार नेताओं के कारण पहले भी चीन से हुर्इ है हार
इसके पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को ही यह भी कहा कि अमेरिका चीन के साथ किसी भी तरह का व्यापार युद्ध नहीं लड़ रहा है, क्योंकि उससे तो अमेरिका कई साल पहले अपने पूर्व ‘बेवकूफ औरबेकार’ नेताओं के चलते हार चुका है. हालांकि, ट्रंप ने स्पष्ट किया कि चीन के साथ वर्तमान व्यापार स्थिति को आगे और जारी नहीं रखा जा सकता है. ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि हम चीन के साथ व्यापार युद्ध नहीं लड़ रहे हैं, उस युद्ध को तो कई साल पहले अमेरिका अपने बेवकूफ बेकार लोगों के जरिए हार चुका है, जो अमेरिका का प्रतिनिधित्व कर रहे थे. अब हमारा व्यापार घाटा 500 अरब डॉलर का है. हम इसे जारी नहीं रख सकते हैं. ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है, जब विश्व की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध जैसी संभावनाएं बनी हुई हैं.
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अमेरिका का 1300 वस्तुआें पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का यह है प्रस्ताव
गौरतलब है कि अमेरिका ने चार अप्रैल को चीन से आयात होने वाले करीब 1,300 उत्पादों की सूची जारी की है, जिन पर 25 फीसदी की दर से अतिरिक्त शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया गया है. यह शुल्क इन वस्तुओं के 50 अरब डाॅलर के आयात पर लगाया जायेगा. अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि ने कहा कि उत्पादों की यह सूची विभिन्न एजेंसियों के बीच व्यापक आर्थिक विश्लेषण के बाद तैयार की गयी है. इसमें चीन के उन उत्पादों को शामिल किया गया है, जिन्हें चीन की औद्योगिक योजना से फायदा मिल रहा है. इनका अमेरिका की अर्थव्यवस्थ पर कम से कम असर होगा. इस प्रस्तावित शुल्क में वैमानिकी, सूचना एवं दूरसंचार प्रौद्योगिकी, रोबोटिक्स और मशीनरी जैसे उत्पाद शामिल हैं. जिन उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने का प्रस्ताव किया गया है, उनमें1,300 के करीब उत्पाद शामिल हैं.
चीन ने अमेरिका के 128 उत्पादों पर लगाया शुल्क
चीन की तरफ से यह बयान ऐसे समय दिया गया है, जब उसने अमेरिका की ओर से इस्पात और एल्यूमीनियम पर शुल्क लगाने के जवाब में 128 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाया है. चीन ने अमेरिकी उत्पादों पर करीब तीन अरब डाॅलर का शुल्क लगाया है. इनमें मांस, फल तथा कुछ अन्य उत्पाद शामिल हैं. अमेरिका ने चीन के साथ उसके बढ़ते व्यापार घाटे का मुद्दा एक बार फिर उठाया है. ट्रंप प्रशासन का कहना है कि वह चीन के साथ सालाना 500 अरब डाॅलर के व्यापार घाटे को बर्दाश्त नहीं कर सकता है.
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