बेंगलुरु : सूचना तकनीक (आईटी) क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस का चंडीगढ़ परिसर पूरी तरह से कैशलेस हो गया है. माना जा रहा है कि कंपनी की ओर से सरकार की डिजिटल शॉपिंग सेंटर्स, फूड कोर्ट्स और गेस्ट हाउसेस के अलावा अन्य में लेन-देन के दौरान भुगतान पूरी तरह से नकदीरहित किया गया है. अभी हाल ही में बीती 10 जनवरी को प्रशासन की ओर से आयोजित कुश्ती प्रतियोगिता के लिए कंपनी की ओर से कैशलेस दंगल नामक एप भी विकसित किया था, जिससे इस प्रतिस्पर्द्धा में शामिल होने वाले प्रतिभागियों को प्रतियोगिता से संबंधित सूचना मिलने के साथ ही नकदीरहित भुगतान में काफी सहूलियतें प्रदान की गयीं.
कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि सरकार के कैशलेस अभियान को प्रोत्साहन देने के लिए उसकी ओर से यह कदम उठाया गया है. उसका कहना है कि पिछले दिनों संघशासित प्रदेश चंडीगढ़ प्रशासन की ओर से पिछले दिनों कैशलेस अभियान को प्रोत्साहित करने के लिए इंफोसिस के कैंपस में डिजी धन मेला का आयोजन भी किया गया था.
बता दें कि इस समय पूरे देश में इंफोसिस के करीब 15 से भी अधिक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेंटर काम कर रहे हैं, जिनमें आठ सबसे बड़े सेंटरों में चंडीगढ़ का यह परिसर भी आता है. बताया जाता है कि 6,615 तकनीकी कर्मचारियों के काम करने के लिए चंडीगढ़ में करीब 1.2 मिलियन वर्गफीट में इंफोसिस के इस सॉफ्टेवयर डेवलपमेंट सेंटर का निर्माण कराया गया है.
मजे की बात यह भी है कि बीते 10 जनवरी, 2017 को चंडीगढ़ में होने वाले कुश्ती प्रतियोगिता के बारे में प्रतिभागियों तक सूचना पहुंचाने के लिए इंफोसिस चंडीगढ़ ने बाकायदा कैशलेश दंगल नामक एप भी विकसित किया था. इस एप के जरिये पहलवानों को प्रतियोगिता की जानकारी मिलने के साथ ही कैशलेस भुगतान में भी सहयोग प्रदान किया.