7.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

सदर अस्पताल के डीएस के वेतन पर रोक

सदर अस्पताल के डीएस के वेतन पर रोक मामला सदर अस्पताल में फैली गंदगी का फोटो: 12 परिचय: सदर अस्पताल परिसर में फैली गंदगीमधुबनी. सिविल सर्जन डा. नरेंद्र भूषण ने सदर अस्पताल के डीएस के वेतन पर तत्काल रोक लगा दी है. दरअसल सीएस द्वारा सदर अस्पताल कैंपस के औचक निरीक्षण के दौरान पाया कि […]

सदर अस्पताल के डीएस के वेतन पर रोक मामला सदर अस्पताल में फैली गंदगी का फोटो: 12 परिचय: सदर अस्पताल परिसर में फैली गंदगीमधुबनी. सिविल सर्जन डा. नरेंद्र भूषण ने सदर अस्पताल के डीएस के वेतन पर तत्काल रोक लगा दी है. दरअसल सीएस द्वारा सदर अस्पताल कैंपस के औचक निरीक्षण के दौरान पाया कि पोस्टमॉर्टम हाउस व उसके अगल बगल पूरे अस्पताल परिसर में गंदगी फैली है. इसे गंभीरता से लेते हुये सिविल सर्जन ने उपधीक्षक सदर अस्पताल को 24 घंटे के अंदर स्पष्टीकरण उपलब्ध कराने को कहा है. सिविल सर्जन ने यह भी कहा है कि स्पष्टीकरण प्राप्त होने तक व समुचित निर्णय होने तक डीएस का वेतन अवरुद्ध रहेगा. इस आशय की जानकारी डीएम कुलदीप नारायण व जिला कोषागार पदाधिकारी को भी दे दी गयी है. सिविल सर्जन ने डा. नरेंद्र भूषण ने जारी आदेश पत्र में कहा है कि गंदगी को देखने से उन्हें प्रतीत होता है कि उपाधीक्षक द्वारा सदरी अस्पताल के साफ-सफाई का निरीक्षण नहीं किया जाता है. सिविल सर्जन ने यह भी कहा है कि सदर अस्पताल को स्वच्छ रखने की जिम्मेवारी उपाधीक्षक की है. चारों ओर फैली गंदगी सदर अस्पताल में स्पेशल न्यू बार्न केयर यूनिट भवन के आगे सड़क पर जलजमाव व गंदगी से मरीज परेशान है. इसमें मच्छरों के बसेरा से सामने के वार्ड में भरती मरीज डरे सहमे रहते हैं. वही ब्लड बैंक के आगे व प्रसव कक्ष के बीच में भी गंदगी लगा हुआ है. अस्पताल परिसर में जगह जगह गंदगी रहने के कारण मरीज के अलावे परिसर में आने जाने वाले लोगों को भी परेशानी हो रही है. डायलिसिस सेंटर के समीप पानी खुले में बह रहा है. पानी गंदा है. वहीं आउटडोर के आगे झुग्गी-झोपड़ी के बगल से पानी निकल कर आ रहा है. यहां सदर अस्पताल में साफ सफाई का जिम्मा आउटसोर्सिंग एजेंसी को दिया गया है. जगह जगह बदबू आ रही है. सिविल सर्जन डा. नरेंद्र भूषण ने बताया कि गंदगी की सफाई के लिये आदेश जारी कर दिया गया है. समीक्षा बैठक आयोजित मधुबनी. सदर अस्पताल परिसर स्थित एएनएम स्कूल के वर्गकक्ष में जिले के स्वास्थ्य प्रबंधकों,डाटा ऑपरेटरों व बीसीएम सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी. डीपीएम व डीसीएम, केयर संस्था के जिला प्रबंधक ने बैठक को संबोधित किया. बैठक में परिवार नियोजन,राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम सहित स्वास्थ्य संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों के प्रगति की समीक्षा की गयी. बैठक में प्रोजेक्टर के माध्यम से प्रगति की अद्यतन समीक्षा करते हुये आवश्यक निर्देश दिये गये. विकसित होगा मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र मधुबनी. जिले में मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिये स्वास्थ्य उप केंद्र व अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को क्रियान्वित किया जायेगा. इसे मातृ शिशु स्वास्थ्य केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. कार्यपालक निदेशक ने पाया है कि जिन स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर प्रसव होता है, वहां बिजली व पानी की व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. कार्यपालक निदेशक ने कहा है कि ऐसे में गुणवत्तापूर्ण सेवा की अपेक्षा नहीं की जा सकती है. सिविल सर्जन डा. नरेंद्र भूषण ने डीपीएम को आदेश दिया है कि इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जाय. बिहार में लगभग 300 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व 200 स्वास्थ्य उप केंद्रों पर संस्थागत प्रसव की सुविधा है. कार्यपालक निदेशक ने 24 घंटे प्रसव कक्ष व शौचालय में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करने, बोरिंग, मोटर, वाटर टैंक , बिजली कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध कराने को कहा है. एडमिट कार्ड का वितरण जारी मधुबनी. राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान कार्यालय में प्रतिभा खोज व मेधा परीक्षा के एडमिट कार्ड का वितरण जारी है. परीक्षा नौ नवंबर को होगी. विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा की तैयारी जोरों पर है. लगभग पांच हजार से अधिक परीक्षार्थी इसमें शामिल होंगे. परीक्षा केंद्रों पर शांतिपूर्ण परीक्षा कराने व कदाचार रोकने के लिये आदेश जारी कर दिया गया है. परीक्षा केंद्रों पर मोबाइल व अन्य नकल करने वाले इलेक्ट्रोनिक उपकरण जैसे वाटसएप आदि पर रोक लगा दी गयी है. कंप्यूटर है पर ऑपरेटर नहीं मधुबनी: सदर अस्पताल स्थित सहायक अभियंता पीएचईडी मैकेनिकल कार्यालय में कंप्यूटर है पर कंप्यूटर ऑपरेटर नहीं है. यहां सहायक अभियंता के रूप में उमेश कुमार सिंह कार्यरत हैं. यह पूछे जाने पर कि सदर अस्पताल के कुछ महत्वपूर्ण जगहों पर जलापूर्ति क्यों नहीं हो रही है उन्होंने बताया कि सिर्फ तकनीकी व विद्युत गड़बड़ी से जलापूर्ति में होने वाले समस्या को दूर करना उनके विभाग की जिम्मेवारी है. कई दिनों के बाद सहायक अभियंता अपने सदर अस्पताल स्थित कार्यालय में आये थे. उन्होंने बताया कि कंप्यूटर आपरेटर का पद नहीं है. सहायक अभियंता के उपयोग के लिये कंप्यूटर लगाया गया है. कार्यालय भवन की हालत काफी जर्जर है. सहायक अभियंता दरभंगा से आये थे. इधर मरीजों ने पीएचईडी विभाग के प्रधान सचिव से मांग की है कि नियमित रूप से कार्यालय आने वाले सहायक अभियंता की पदस्थापना की जाय ताकि सदर अस्पताल की जलापूर्ति व्यवस्था को मजबूत बनाया जा सके.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें