नयी दिल्ली : सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने बुधवार को कहा कि मोदी सरकार ने पिछले साढ़े पांच वर्षों में दिव्यांगों के लिए कल्याणकारी कदम लागू कर सात गिनीज वर्ल्ड रिकाॅर्ड बनाये.
ये सात रिकाॅर्ड उनके मंत्रालय के दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग द्वारा दिव्यांगों को सहायक उपकरणों की खरीद/साज सामान के लिए मुहैया करायी गई सहायता से संबंधित है.
उन्होंने ‘लाडली फाउंडेशन’ के तत्वावधान में विशिष्ट तौर पर दिव्यांगों के लिए आयोजित एक रोजगार मेले का उद्घाटन करते हुए कहा कि किसी भी देश ने ऐसा रिकाॅर्ड नहीं बनाया है.
उन्होंने कहा कि दिव्यांग सशक्तीकरण विभाग द्वारा पांच वर्षों में देश के विभिन्न हिस्सों में करीब आठ हजार शिविर आयोजित किये गए और ऐसे व्यक्तियों को 850 करोड़ रुपये के विभिन्न श्रेणी के 14 लाख उपकरण मुहैया कराये गए.
उन्होंने कहा कि इसमें व्हीलचेयर, तिपहिया साइकिल, ब्रेल सामग्री, बैसाखी, चलने में सहायक स्मार्ट छड़ियां आदि शामिल हैं. उन्होंने कहा कि मंत्रालय दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा शिकायतें दायर करने में सहायता के लिए दिल्ली में ढलान और अन्य सुविधाओं वाले विशिष्ट पुलिस थाने स्थापित करने पर विचार कर रहा है.
पहला रिकाॅर्ड गुजरात के नवसारी में 17 सितम्बर 2016 को बना, जब एक ही स्थान पर आठ घंटे में 600 लोगों को सुनने में सहायक 1200 उपकरण लगाये गए. दूसरा रिकाॅर्ड 1000 दिव्यांग व्यक्तियों द्वारा सबसे बड़ा व्हीलचेयर लोगो/प्रतिकृति बनाने का है.