बाजारों में रही खरीदारों की भीड़
लातेहार : प्रकाश का पर्व दीपावली दो नवंबर को मनाया जायेगा. शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों ने विग्न हरण भगवान गणोश व धन की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की तैयारी पूरी कर ली है. शहर केले की थंबों से पट गया है. बाजार में ग्राहकों की काफी भीड़ देखी जा रही है.
30 से 500 रुपये तक की मूर्ति : शहर के चौक–चौराहों में भगवान गणोश व लक्ष्मी की मूर्ति से दुकानें सजी है. बाजार में 30 से लेकर 500 रुपये तक की मूर्ति उपलब्ध हैं. थाना चौक में रंजीत ग्लास हाउस, चट्टी मुहल्ला में सुकृति कॉर्नर, शहीद चौक में मुकेश सिजनली समेत कई दुकानों में हर तरह की मूर्ति उपलब्ध है.
लड्ड के भाव आसमान पर : परंपरा के अनुसार भगवान गणोश को लड्ड का भोग लगाया जाता है. इस बार शहर में लड्ड का भाव आसमान पर है. मिष्टान्न भंडार के संचालक गया प्रसाद अग्रवाल, नितिन कुमार व प्रवीण प्रसाद ने बताया कि उनकी दुकान में 80 से 350 रुपये किलो तक के लड्ड उपलब्ध है. घी का लड्ड 300 से 350 रुपये रुपये प्रतिकिलो तक है.
पटाखों का बाजार फीका : प्रशासन द्वारा पटाखा बेचने के लिए अस्थायी लाइसेंस लेने का निर्देश जारी होने के बाद पटाखे बेचने वाले निराश हैं. यही कारण है कि इस वर्ष पटाखा का बाजार फीका है. कुछेक दुकानदार हिम्मत कर पटाखे आदि बेच रहे हैं. दुकानें कम लगने से बच्चों में मायूसी है.
कार्रवाई के भय से जुआरी सहमे : दीवाली में जुआ खेलने की पुरानी परंपरा रही है. हर वर्ष जिले में लाखों रुपये का जुआ होता है. लेकिन इस वर्ष पुलिसिया कार्रवाई के कारण जुआरी सहमे हुए हैं. बावजूद ग्रामीण इलाकों के अलावा शिवपुरी, जुबली चौक, बानुपर, मोंगर आदि जगहों में जुआ खेले जाने का समाचार है.