कोलकाता. पश्चिम बंगाल सरकार ने यहां के राज्य घरेलू उत्पाद (एसडीपी) के विकास दर में और तेजी लाने का लक्ष्य रखा है. राज्य सरकार अगले कुछ वर्षो में एसडीपी को 10 प्रतिशत तक ले जाना चाहती है.
यह जानकारी राज्य के वित्त, उद्योग व वाणिज्य और आइटी मंत्री डा अमित मित्र ने दी. उन्होंने बताया कि वर्ष 2013-14 में राज्य का एसडीपी 7.71 प्रतिशत था. विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार पूरे देश का जीडीपी विकास दर 5.5-5.7 प्रतिशत के बीच होगा, ऐसे में राज्य सरकार ने यहां एसडीपी में केंद्र की अपेक्षा दोगुना विकास दर प्राप्त करने का फैसला किया है. उन्होंने बताया कि बंगाल में औद्योगिक व कृषि उत्पादन दोनों ही राष्ट्रीय औसत के ऊपर है. इसके साथ-साथ देश में जीडीपी विकास दर में बेशक वृद्धि हुई है, लेकिन इससे रोजगार के अवसरों में किसी प्रकार की वृद्धि नहीं हुई है.
बंगाल में एसडीपी विकास के साथ ही रोजगार के अवसरों में भी वृद्धि हुई है. राज्य सरकार यहां के बड़े कॉरपोरेट हाउसों को निवेश के लिए आमंत्रित कर रही है और उनको निवेश के साथ-साथ रोजगार के अवसर पर भी ध्यान देने को कहा जा रहा है ताकि विकास की धारा से सभी को लाभ हो.
उन्होंने बताया कि बंगाल के विकास में यहां की कृषि सबसे अधिक सहायक हो सकती है. चावल व आलू के उत्पादन में बंगाल पूरे देश में प्रथम है और साथ ही सब्जियों के उत्पादन में इसका दूसरा स्थान है. इसे देखते हुए ग्लोबल फूड प्रोसेसिंग कंपनियों ने यहां के फूड पार्क में कलेक्शन सेंटर की स्थापना करने की योजना बनायी है, जहां वह विभिन्न फसलों को सीधे किसानों से खरीदेंगे. इससे दलाल चक्र खत्म हो जायेगा और किसानों को इसका पूरा फायदा होगा.