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जानिए, बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा जेल के बारे में, जहां शशिकला को रखा जायेगा

बेंगलुरु :आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा सुनाये जाने के बाद जयललिता की सहयोगी रही शशिकला आज आत्‍मसमर्पण करने वाली हैं. शशिकला को आज जिस अदालत कक्ष में आत्मसमर्पण करना था, उसे सुरक्षा कारणों से परप्पना अग्रहारा स्थित केंद्रीय जेल में स्थानांतरित कर दिया गया. कर्नाटक उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार ने सुरक्षा कारणों एवं […]

बेंगलुरु :आय से अधिक संपत्ति मामले में सजा सुनाये जाने के बाद जयललिता की सहयोगी रही शशिकला आज आत्‍मसमर्पण करने वाली हैं. शशिकला को आज जिस अदालत कक्ष में आत्मसमर्पण करना था, उसे सुरक्षा कारणों से परप्पना अग्रहारा स्थित केंद्रीय जेल में स्थानांतरित कर दिया गया. कर्नाटक उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार ने सुरक्षा कारणों एवं अन्य विचारों पर गौर करते हुए शहर स्थित अदालत कक्ष को स्थानांतरित करने का बेंगलूरु नगर पुलिस का अनुरोध स्वीकार कर लिया.

शीर्ष अदालत ने आज सुबह शशिकला की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया. याचिका में शशिकला ने जेल की सजा को लेकर आत्मसमर्पण के लिये अधिक समय मांगा था. आय से अधिक संपत्ति मामले में उच्चतम न्यायालय ने कल निचली अदालत का फैसला बहाल कर दिया था.

इस फैसले में अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला और उनके दो रिश्तेदारों को चार-चार साल की जेल की सजा सुनायी थी. इसके अलावा इन पर 10-10 करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया था. न्यायालय ने इस सभी को तुरंत बेंगलूरु की विशेष अदालत में आत्मसमर्पण करने का भी निर्देश दिया था.

आइये जानते हैं कर्नाटक के इस परप्‍पना अग्रहारा जेल के बारे में

  • परप्पना अग्रहारा जेल तमिलनाडु-कर्नाटक सीमा के प्रवेश बिंदू होसुर के निकट स्थित है. इसका निर्माण 1997 में हुआ था, जबकि इसे सेंट्रल जेल के रूप में 2000 में दर्जा मिला जब इसका पुनर्निमार्ण कराया गया. पुराने जेल को फ्रीडम पार्क के रूप में तब्‍दील कर दिया गया.
  • आय से अधिक संपत्ति मामले में सितंबर 2014 में निचली अदालत के दोषी करार दिये जाने के बाद तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता, शशिकला और उनके रिश्तेदारों वी के सुधाकरन एवं जे इलावरासी ने इसी जेल में तीन सप्ताह बिताये थे.
  • यह जेल बेंगलुरु सेंट्रल जेल के नाम से भी जाना जाता है. यह भारत का सबसे बड़ा सेंट्रल जेल है. यह 40 एकड़ में फैला हुआ है. यहां 4400 से ज्‍यादा बैरक हैं. यहां से कर्नाटक-तमिलनाडु सीमा महज 30 किलोमीटर दूरी पर है.
  • इस जेल में कई कुख्‍यात लोगों को रखा गया है. जिनमें मौत की सजा पाये कैदी भी शामिल है. आजीवन कारावास की सजा पाए कैदियों को भी इसी जेल में रखा जाता है. इसके साथ ही हाई प्रोफाइल कैदियों को भी इस जेल में ही रखा जाता है.
  • तमिलनाडु की पूर्व मुख्‍यमंत्री दिवंगत जयललिता, कर्नाटक के पूर्व मुख्‍यमंत्री बीएस येदुयुरप्‍पा, पूर्व मंत्री जनार्दन रेड्डी, पूर्व मंत्री कृष्‍णा सेट्ठी सहित कई हाई प्रोफाइल लोग भी इस जेल में सजा काट चुके हैं.
  • 2014 में जब जयललिता को शशिकला और उनके रिश्‍तेदारों के साथ इस जेल में रखा गया था तब जय‍ललिता का बैरक नंबर 7402 था. यहां जयललिता को उनके सहयोगियों के साथ 21 दिनों तक रखा गया था.
  • सुरक्षा के उच्‍च मानकों के साथ इस जेल की सुरक्षा व्‍यवस्‍था बेहद कड़ी है. जेल के चारो आरे ऊंची दीवारों के अलावे कांटेदार तारों का बाड़ा भी लगाया गया है. बेंगलुरु पुलिस ने इस जेल के प्रवेश द्वार के सामने गोलाकार घेरा बना दिया है जिससे कोई भी भीड़ इस जेल में प्रवेश ना कर सके.
  • 2014 में जब जयललिता को इस जेल में लाया जा रहा था तो तमिलनाडु से जयललिता के हजारो समर्थकों ने जेल के द्वार के पास प्रदर्शन किया था और जेल के मुख्‍य द्वार को तोड़ने का प्रयास किया था. उसके बाद ही पुलिस ने ब्रेकेटिंग की है.

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