इन आठ महिलाओं में से तीन ने तो ‘अॅान दि रिकॉर्ड’ बातचीत की. महिलाओं का कहना है कि जब वह उनके करीब आने की कोशिश करता था, तो वे समझ ही नहीं पाती थीं कि क्या करें, उन्होंने उसे रोकने की कोशिश नहीं की, लेकिन वे बचने की कोशिश करती थीं. उन्हें यह समझ ही नहीं आता था कि उनके कद का आदमी ऐसी हरकत कैसे कर सकता है.
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अमेरिका के मशहूर टीवी होस्ट चार्ली रोज पर आठ सहकर्मियों ने लगाया यौन उत्पीड़न का आरोप, जानें क्या है भारत में स्थिति
नयी दिल्ली : अमेरिका के मशहूर टीवी होस्ट चार्ली रोज पर आठ महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इन महिलाओं का कहना है कि रोज उनसे फोन पर अश्लील बातें करता था और उनके सामने नग्न घूमता था. इन महिलाओं ने यह आरोप भी लगाया है कि वह उनके स्तन, नितंब और जननांग […]
नयी दिल्ली : अमेरिका के मशहूर टीवी होस्ट चार्ली रोज पर आठ महिलाओं ने यौन शोषण का आरोप लगाया है. इन महिलाओं का कहना है कि रोज उनसे फोन पर अश्लील बातें करता था और उनके सामने नग्न घूमता था. इन महिलाओं ने यह आरोप भी लगाया है कि वह उनके स्तन, नितंब और जननांग को टटोलने की कोशिश भी करता था.
चार्ली रोज पर जिन महिलाओं ने आरोप लगाया है वह सब उसकी सहकर्मी थीं. घटनाएं 1990 से 2011 के बीच की हैं. आरोप लगाने वाली महिलाओं का आरोप है कि जिस वक्त यह घटनाएं हुईं, उस वक्त उनकी उम्र 21 से 37 वर्ष के बीच थी, जबकि वह 75 वर्ष का था.
जिन महिलाओं ने वाशिंगटन पोस्ट से बातचीत की उन्होंने चार्ली रोज के साथ अपने संबंधों के बारे में विस्तार से बताया. पोस्ट ने इन महिलाओं के रिश्तेदारों से भी बात की जिन्हें महिलाओं के इन घटनाओं के बारे में बताया था.
वहीं पांच महिलाओं ने अपना नाम ना बताने की शर्त के साथ बातचीत की. इन महिलाओं के मन में चार्ली के कद का डर समाया हुआ है. चूंकि चार्ली टीवी की दुनिया के बहुत बड़े नाम हैं इसलिए इन्हें अपने कैरियर की चिंता है और उन्हें लगता है कि अगर उनका नाम सामने आ गया तो उनके कैरियर पर असर पड़ सकता है.
हालांकि इन महिलाओं के आरोप पर चार्ली रोज ने माफी मांगी है और कहा है कि अपने 45 साल के पत्रकारिता के कैरियर में मैंने हमेशा उन महिलाओं की वकालत की, जिनके साथ मैं काम करता था , लेकिन पिछले कुछ वर्षों में मुझे ऐसा लगा है कि मेरे कई व्यवहार से महिलाओं को परेशानी हुई है, तो मैं यह जानकार बहुत शर्मिंदा हूं कि मेरे कारण कुछ महिलाओं की परेशानी हुई. हालांकि मुझे हमेशा लगा कि मैंने उन्हीं भावनाओं को आगे किया, जिसमें दोनों की सहमति थी, लेकिन मैं गलत था यह मुझे आज पता चला है.
इस खबर के प्रकाशन के बाद PBS और Bloomberg LP ने ‘चार्ली रोज’ शो के प्रकाशन पर प्रतिबंध लगा दिया. वहीं CBS का कहना है कि वे मामले की जानकारी के बाद इस मसले पर कार्रवाई करेंगे.यह महज उदाहरण हैं कि अमेरिका में महिलाओं की सामाजिक स्थिति कैसी है. अमेरिका विश्व का सर्वाधिक विकसित राष्ट्र है. जहां महिलाएं बहुत ही बेबाक और स्वतंत्र हैं, बावजूद इसके वहां भी कार्यस्थलों पर महिलाओं के साथ बदसलूकी की घटनाएं होती हैं. यही नहीं पूरे विश्व पर अगर नजर डालें, तो आंकड़ें यह कहते हैं कि विश्व में सर्वाधिक रेप की घटनाएं अमेरिका में ही होती हैं.
जब अमेरिका जैसे विकसित राष्ट्र की यह स्थिति है, तो यह बात सहजता से समझी जा सकती है कि भारत में महिलाओं की क्या स्थिति होगी. कार्यस्थलों पर कई बार महिलाओं को समझौते करने पड़ते हैं, उन्हें अपनी नौकरी बचाने के लिए सीनियर का शिकार बनना पड़ता है. हालांकि कानून तो कई हैं, जो महिलाओं को सशक्त बनाते हैं, लेकिन सवाल यह है कि क्या महिलाएं उन कानूनों का उपयोग कर पाती हैं? क्या उन कानूनों का उपयोग करने के बाद महिलाओं की नौकरी बचेगी? यह कुछ सवाल हैं, जिनके कारण महिलाएं शिकायत करने के लिए आगे ही नहीं आती हैं.
महिलाओं को इस स्थिति से बचाने के लिए भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से एक विशेष पहल की गयी है. इस पहल के तहत एक SHe-Box अॅानलाइन पोर्टल की शुरुआत की गयी है. जिसके जरिये सरकारी और प्राइवेट संस्थानों में कार्यरत महिलाएं यौन उत्पीड़न की सूचना दे सकती हैं. लेकिन यहां भी सवाल गोपनीयता का है. महिेलाएं इस बात से डरती हैं कि कहीं उनका नाम उजागर हो गया, तो बदनामी तो होगी ही नौकरी जाने का डर बना रहता है, ऐसे में यह जरूरी है कि महिलाओं को इस बात के लिए आश्वस्त किया जाये कि उनकी नौकरी पर खतरा नहीं होगा, तभी वे आगे बढ़कर शिकायत कर पायेंगी, क्योंकि जब अमेरिका में भी महिलाएं बड़े कद के व्यक्ति की शिकायत करने में घबराती हैं, तो यहां क्या हाल होगा.
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