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बिहार में 5 से 18 साल के बच्चे-युवा सबसे ज्यादा कुपोषित
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय ने जारी किये आंकड़े राजेश कुमार सिंह पटना : एक बार फिर बिहार की गरीबी की तस्वीर आंकड़ों की जुबानी सामने आयी है. महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार के पांच से 18 वर्ष तक के बच्चे-युवा कुपोषण की गिरफ्त में हैं. कुपोषण के मामले […]
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय ने जारी किये आंकड़े
राजेश कुमार सिंह
पटना : एक बार फिर बिहार की गरीबी की तस्वीर आंकड़ों की जुबानी सामने आयी है. महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार बिहार के पांच से 18 वर्ष तक के बच्चे-युवा कुपोषण की गिरफ्त में हैं. कुपोषण के मामले में सबसे खराब स्थिति वाले सौ जिलों की सूची भी जारी की गयी है. इसमें बिहार के 17 जिले शामिल हैं.
खास बात यह है कि बिहार में 33 प्रतिशत कुपोषित और 21.7 प्रतिशत अतिकुपोषित बच्चे-युवा मिले हैं. उत्तराखंड के लिए राहत भरी खबर है. यहां की स्थिति बेहतर है. उत्तरखंड में यही आंकड़ा देश में सबसे कम क्रमश: 19.9 और 6.1 प्रतिशत है. वर्ष 2014-15 में लिये गये आंकड़ों के आधार पर यह रिपोर्ट जारी हुई है.
– खराब स्थिति वाले देशभर के
सौ जिलों में शामिल सूबे के जिले
अररिया 57 %
दरभंगा 57.1%
सहरसा55%
सुपौल53.4%
पूर्णिया48.4%
मुजफ्फरपुर 48.1%
सीतामढ़ी47.1%
पश्चिम चंपारण 46.7%
शिवहर 45.9%
मधेपुरा43.6%
समस्तीपुर41.1%
खगड़िया38%
पूर्वी चंपारण37.8%
कटिहार37.4%
किशनगंज 35.3%
सीवान33%
वैशाली 32.4%
बिहार व राजस्थान के लिए परेशानी की बात
जारी रिपोर्ट बिहार और राजस्थान को परेशान करने वाली है. बिहार में 33.8 और राजस्थान में 33.7 प्रतिशत पांच से 18 वर्ष के बच्चे-युवा कुपोषित (2एसडी) हैं. ग्रामीण इलाकों में लड़कियों के मामले में भी बिहार टॉप पर है. बिहार की 30.5 प्रतिशत लड़कियां भी कुपोषण की शिकार हैं.
उत्तराखंड में सबसे कम 17.8 प्रतिशत लड़कियां कुपोषित हैं. ग्रामीण क्षेत्र में ही अति कुपोषित लड़का और लड़कियों की बात करें तो बिहार सबसे ऊपरी पायदान पर है. 24 प्रतिशत लड़के और 19.1 प्रतिशत लड़कियां ग्रामीण इलाकों की अति कुपोषित की श्रेणी में हैं. उत्तराखंड में यह आंकड़ा सबसे कम है. यहां का प्रतिशत लड़काें का 7.1 और लड़कियों का 5 है.
अररिया टॉप पर
महापंजीयक और जनगणना आयुक्त कार्यालय की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार कुपोषण (5-18 वर्ष) के मामले में सबसे खराब स्थिति वाले सौ जिलों में 17 बिहार के हैं. इस सूची में सबसे ऊपर अररिया है. देशभर में सबसे अधिक कुपोषण के शिकार बच्चे-युवा अररिया के हैं. इनका प्रतिशत 57.8 हैं.
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