Pakistan Army Test Ghaznavi Missile: इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने बृहस्पतिवार को सतह से सतह पर प्रहार करने वाली परमाणु क्षमता संपन्न बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी या हत्फ-3 का सफल परीक्षण किया, जो 290 किलोमीटर तक के लक्ष्यों पर निशाना साध सकती है. सेना ने एक बयान में कहा कि बैलिस्टिक मिसाइल गजनवी (Ghaznavi Missile) का सफल प्रशिक्षण प्रक्षेपण का उद्देश्य सैन्य रणनीतिक बल कमान की अभियान संबंधी तैयारियों को सुनिश्चित करना तथा शस्त्र प्रणाली के तकनीकी मानदंडों को पुन: मान्यता प्रदान करना था.
बयान के अनुसार, इस दौरान सैन्य रणनीतिक बल कमान के कमांडर, लेफ्टिनेंट जनरल मुहम्मद अली और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. सेना के मीडिया प्रकोष्ठ के अनुसार, मिसाइल गजनवी में 290 किलोमीटर की रेंज तक अनेक प्रकार के आयुध ले जाने की क्षमता है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान ने सेना, वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को इस सफलता पर बधाई दी.
पाकिस्तान की सेना ने कहा कि मिसाइल को सेना के स्ट्रेटजिक फोर्सेस कमांड ने अंजाम दिया है. इस दौरान मिसाइल के सभी तकनीकी पहलुओं का आकलन किया गया. इससे पहले भारत ने अपनी क्रूज मिसाइल ‘निर्भय’ का सफल परीक्षण किया था. माना जा रहा है कि भारत के जवाब में अब पाकिस्तानी सेना ने मिसाइल परीक्षण किया है.
चीन के सहयोग से बनी मिसाइल को पाकिस्तान के नेशनल डेवलपमेंट कॉम्पलेक्स ने विकसित किया है. पाकिस्तान मिसाइल कंट्रोल रिजीम ट्रीटी (MCRT) का सदस्य नहीं है. इसलिए चीन किसी भी सूरत में पाकिस्तान को 300 किलोमीटर से ज्यादा दूरी तक मार करने में सक्षम मिसाइल की तकनीकी नहीं दे सकता. छोटी दूरी तक मार करने वाली गजनवी मिसाइल ठोस ईंधन (सॉलिड फ्यूल) से चलने वाली मिसाइल है. रेल व सड़क मार्ग से इस मिसाइल को कहीं भी ले जाया जा सकता है.
चीन ने वर्ष 1987 में एम-11 (M-11) मिसाइल पाकिस्तान को दी थी. M-11 की तकनीक का इस्तेमाल करके ही पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल का निर्माण किया है. रक्षा विशेषज्ञों की मानें, तो भारत को लक्ष्य करके बनायी गयी यह मिसाइल परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है. पाकिस्तान के पास करीब 160 परमाणु हथियार हैं.
गजनवी मिसाइल को हत्फ-3 कहते हैं
गजनवी मिसाइल को हत्फ-3 मिसाइल के नाम से भी जाना जाता है. यह परमाणु हमला करने में सक्षम है. 290 किलोमीटर तक 700 किलोग्राम तक परमाणु वॉरहेड के अलावा पारंपरिक आयुध लेकर जाने में सक्षम है. पाकिस्तान ने गजनवी मिसाइल को 1987 से बनाना शुरू किया था. पाकिस्तान की सेना में इसे लगभग 20 साल बाद वर्ष 2007 में शामिल किया गया. हत्फ-3 या गजनवी मिसाइल की लंबाई 8.5 मीटर के आसपास है.
Posted By: Mithilesh Jha