लंदन : भारतीय सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) केएस बराड़ पर हमला करने वाले तीन सिख पुरुषों और एक महिला को ब्रिटेन की अदालत ने साढ़े 10 साल से लेकर 14 साल तक जेल की सजा सुनायी है. खालिस्तान समर्थक इन लोगों ने पिछले साल लंदन में 78 साल के बराड़ का गला काटने का प्रयास किया था. ये लोग 1984 के ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने के लिए बराड़ को मारना चाहते थे. साउथवार्क क्राउन कोर्ट ने बरजिंदर सिंह संगा और दिलबाग सिंह को 14-14 साल की सजा सुनाई.
मंदीप सिंह संधू को 10 साल और छह महीने तथा हरजीत कौर को 11 साल की सजा दी गई है. इन लोगों को अपनी आधी सजा काटने के बाद लाइसेंस पर रिहा किया जा सकेगा. संगा (33), संधू (34), सिंह (36) और कौर (38) को बीते 31 जुलाई को इसी अदालत ने दोषी करार दिया था. सजा का ऐलान करते हुए न्यायाधीश ने कहा, ‘‘यह हमला सबसे गंभीर श्रेणी में आता है और इससे बराड़ दंपति को मनौवैज्ञानिक तौर पर खासा नुकसान पहुंचा है.’’
ब्रिटिश अदालत के न्यायाधीश ने कहा कि यह बात स्पष्ट है कि अमृतसर के स्वर्ण मंदिर पर हुई कार्रवाई का बदला लेने के लिए यह हमला किया गया था. सुनवाई के दौरान अभियोजन पक्ष ने कहा कि कौर ने बराड़ का पता लगाया जो अपनी पत्नी मीना के साथ छुट्टियां मनाने लंदन गए हुए थे. बराड़ की लंदन में मौजूदगी की जानकारी मिलते ही कौर ने हमलावरों को सूचित कर दिया.
बराड़ ने भारत से वीडियो लिंक के जरिए कहा कि खालिस्तान समर्थक एक वेबसाइट ने उन्हें ‘सिखों का दुश्मन नंबर एक’ घोषित कर रखा है. आज की सुनवाई का गवाह बनने के लिए बड़ी संख्या में सिख लोग मौजूद थे.