पेरिस: फ्रांस की अर्थव्यवस्था फिर से मंदी की गिरफ्त में है तथा इससे यूरोप की समस्या और बढ़ सकती है.
राष्ट्रीय सांख्यिकी एजेंसी इनसी ने आज कहा कि वर्ष की पहली तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर में 0.2 प्रतिशत की कमी आयी. एजेंसी ने पिछले साल की चौथी तिमाही के अपने आंकड़े को भी संशोधित किया है. इसके अनुसार जीडीपी वृद्धि दर में 0.2 प्रतिशत कमी आयी जबकि पहले 0.3 प्रतिशत की तेजी की बात कही गयी थी. लगातार दो तिमाहियों में नकारात्मक वृद्धि मंदी की स्थिति का सूचक है.
राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलोंद के शपथ लेने के एक साल पूरे होने के मौके पर मंदी की खबर आयी है.
पिछले दो साल में फ्रांस की अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है और यूरोपीय आंकड़ों के अनुसार 2012 की शुरुआत में मंदी की स्थिति देखी गयी थी.
अर्थशास्त्रियों का कहना है कि फ्रांस में बेरोजगारी दर 10.6 प्रतिशत है और यह इस बात का साक्ष्य है कि अर्थव्यवस्था संकट में है. यूरोक्षेत्र की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था फ्रांस में मंदी से क्षेत्र की समस्या बढ़ सकती है.