इस्लामाबाद: पाकिस्तानी तालिबान ने खूंखार आतंकी मुल्ला फजलुल्ला को अपना नया प्रमुख बनाने के साथ ही बदले की कार्रवाई में हमले की धमकी दी है और सरकार के साथ बातचीत की संभावना को खारिज किया है.
सुरक्षा एजेंसियों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान(टीटीपी)के सरगना हकीमुल्ला महसूद के अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे जाने के बाद इस संगठन की ओर से बदला लेने के लिए हमले करने की आशंका जताते हुए सरकार को आगाह किया है. बीते एक नवंबर को उत्तरी वजीरिस्तान में किए गए अमेरिकी ड्रोन हमले में महसूद मारा गया था. तालिबान महसूद के मारे जाने का बदला लेने के लिए पंजाब प्रांत में सुरक्षा एवं सरकारी प्रतिष्ठानों, सत्तारुढ़ पीएमएल-एन के केंद्रीय नेतृत्व और प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के परिवार को निशाना बना सकता है.
टीटीपी ने स्वात घाटी में तालिबान का कमांडर रहे फजलुल्ला को कल नया प्रमुख नामित किया. मीडिया की खबरों के अनुसार फजलुल्ला ने सरकार के साथ बातचीत करने से इंकार किया है. उसे ‘मुल्ला रेडियो’ के नाम से भी जाना जाता है. तालिबान प्रवक्ता शाहिदुल्ला शाहिद ने समाचार पत्र ‘द न्यूज’ से कहा कि टीटीपी के शूरा :परिषद: ने सर्वसम्मति से फैसला किया है कि सरकार के साथ बातचीत नहीं की जाएगी.
शाहिद ने दावा किया कि तालिबान ने अतीत में सरकार के साथ बातचीत का कई बार प्रयास किया, लेकिन सरकार ने धोखा दिया. उसने कहा, ‘‘हम शांति वार्ता के नाम पर फिर से धोखे का सामना नहीं करना चाहते. सरकार के साथ बेकार की बातचीत का कोई फायदा नहीं होगा. यह अमेरिका की कठपुतली सरकार है और उसने हमारे अमीर :प्रमुख: को मारा है.’’पाकिस्तान में मलाला यूसुफजई की हत्या का फरमान जारी करने वाले मुल्ला फजलुल्ला को प्रमुख बनाकर पाकिस्तानी तालिबान ने अति कट्टरपंथ की राह पर चलने का स्पष्ट संकेत दिया है. फजलुल्ला सबसे पहले तहरीक-ए-निफाज-ए-शरिया-ए-मोहम्मदी के नेता के तौर पर सुर्खियों में आया. बाद में वह स्वात घाटी में तालिबान का प्रमुख बना. स्वात में उसने अपना क्रूर चेहरा पेश किया था.