लाहौर : जमात-उद-दावा प्रमुख और 26/11 मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद ने लंबे समय तक तालिबान सुप्रीमो रहे मुल्ला उमर के नमाज-ए-जनाजा की अगुवाई की. उमर की नमाज-ए-जनाजा उस वक्त आयोजित की गई जब आतंकवादी संगठन ने उसकी मौत की पुष्टि की है.
बड़ी संख्या में जमात-उद-दावा के कार्यकर्ताओं ने कल शाम चौबुर्जी स्थित अपने मुख्यालय में नमाज-ए-जनाजा में शिरकत की. जमात-उद-दावा को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकवादी संगठनों की सूची में शामिल कर रखा है लेकिन वह पूरे पाकिस्तान में खुला घूमता है.
नमाज अदा करते हुए सईद ने अल्लाह से दुआ की कि (मुस्लिम) उम्माह के महान नेता के पापों को माफ कर उन्हें जन्नत में उंची जगह बख्शे. गौरतलब है कि अमेरिकी सरकार ने सईद पर एक करोड रुपए का इनाम घोषित कर रखा है.
बाद में जमात-उद-दावा के सदस्यों को संबोधित करते हुए सईद ने कहा कि उमर एक बड़ी हस्ती थे क्योंकि उन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिका और नाटो बलों को मात देने में अहम भूमिका निभाई. साल 2008 के मुंबई हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक सईद ने ट्वीट करके भी उमर की नमाज-ए-जनाजा के बारे में जानकारी दी.