इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने 2007 के बेनजीर भुट्टो हत्याकांड मामले में फिर से सुनवाई कराने की मांग की है. उनका कहना है कि जब वह विदेश में थे तब गवाहों के बयान दर्ज किए गए. मुशर्रफ बेनजीर हत्याकांड मामले में आरोपी हैं.रावलपिंडी के आतंकवाद निरोधक अदालत में अपने मामले को प्रस्तुत करते हुए पूर्व सैन्य शासक के वकील इलियास सिद्दिकी ने अदालत से गवाहों के बयान फिर से दर्ज करने की अपील की.
उन्होंने कहा, बयान जब दर्ज किए गए तब मुशर्रफ विदेश में थे. यह उनका कानूनी अधिकार है कि गवाहों के बयान उनके सामने दर्ज किए जाएं. 70 वर्षीय मुशर्रफ एवं सात अन्य लोगों पर पूर्व प्रधानमंत्री भुट्टो की हत्या, हत्या करने का षड्यंत्र रचने और हत्या में सहयोग करने का मामला पिछले महीने दर्ज किया गया था.
मुशर्रफ को अगर दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें मौत या आजीवन कारावास की सजा हो सकती है. पाकिस्तान में पहली बार पूर्व सैन्य शासक या सेना प्रमुख को हत्या के मामले में दोषी पाया गया है जहां 66 वर्षों के इतिहास में अधिकतर समय सेना का शासन रहा है.
मुशर्रफ फिलहाल इस्लामाबाद के अपने फार्म हाउस में कैद हैं जिसे उप जेल घोषित किया गया है. चुनावों में हिस्सा लेने के लिए इस वर्ष मार्च में स्वनिर्वासन के बाद पाकिस्तान लौटने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. बहरहाल पाकिस्तान की एक अदालत ने उनके चुनाव लड़ने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया.
पूर्व जनरल वर्ष 2006 में एक सैन्य अभियान में बलूच नेता अकबर बुगती सहित कई अन्य मामलों में भी आरोपों का सामना कर रहे हैं. उन पर 2007 में न्यायाधीशों को हटाने और असंवैधानिक तरीके से आपातकाल लगाने का भी मामला है.