वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सीरिया के असद शासन के खिलाफ सीमित सैन्य कार्रवाई के अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा है कि यह मामला अंतरराष्ट्रीय समुदाय की विश्वसनीयता का सवाल बन गया है.ओबामा ने स्टॉकहोम में स्वीडिश प्रधानमंत्री फ्रेद्रिक रेफील्त के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में आज कहा, ‘‘मेरी विश्वसनीयता दांव पर नहीं है. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की विश्वसनीयता दांव पर लगी है और अमेरिका तथा कांग्रेस की विश्वसनीयता दांव पर है क्योंकि हम सिर्फ बातें करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय नियम महत्वपूर्ण हैं.’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल के खिलाफ लक्ष्मण रेखा उनकी ओर से नहीं खींची गई है.ओबामा ने कहा, ‘‘मैंने कोई लक्ष्मण रेखा नहीं खींची है. दुनिया ने लक्ष्मण रेखा खींची है. दुनिया भर के 98 फीसदी लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाली सरकारों ने कहा कि रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल घिनौना है तथा इसको रोकने के लिए एक संधि पर भी सहमति जताई. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की विश्वसनीयता दांव पर लगी है.’’
ओबामा ने कहा, ‘‘सवाल यह है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कितना विश्वसनीय रह जाता है जब वह कहता है कि अंतराष्ट्रीय नियम का पालन होना चाहिए? सवाल यह है कि कांग्रेस कितना विश्वसनीय होती है जब वह एक प्रस्ताव पारित कर कहती है कि हमें रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल रोकना है?’’ उन्होंने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि हमें कार्रवाई करनी होगी क्योंकि अगर हमने ऐसा नहीं किया तो जरा भी शर्मिंदा नहीं है, वह अपनी हरकत को निडर भाव से जारी रखेगा.’’ अमेरिका का आरोप है कि सीरिया के असद शासन की ओर से बीते 21 अगस्त को किए गए रासायनिक हमले में 400 बच्चों सहित कम से कम 1,429 लोगों की मौत हो गई. सीरियाई सरकार ने रासायनिक हथियारों के इस्तेमाल से इंकार किया है.ओबामा ने भरोसा जताया कि अमेरिकी कांग्रेस असद शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के उनके आग्रह को स्वीकार करेगी.