काहिरा: सीरिया के खिलाफ सैन्य कार्रवाई से पहले सांसदों की मंजूरी लेने के संबंध में अचानक किए गए ओबामा के फैसले को सीरिया की आधिकारिक मीडिया ने आज अमेरिका द्वारा कदम खींचने की ऐतिहासिक घटना का आरंभ करार दिया.
राष्ट्रपति ओबामा ने कल, छुपे रुप में या संकेत के तौर पर अमेरिका द्वारा कदम खींचने की ऐतिहासिक घटना के आरंभ की घोषणा की.’’आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए ओबामा ने घोषणा की कि उनका मानना है कि रासायनिक हथियारों के कथित प्रयोग के मामले में सीरियाई निशानों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई सही कदम है लेकिन वह सेना के प्रयोग के संबंध में कांग्रेस की मंजूरी चाहते हैं.अखबार ने अपने पहले पन्ने पर लिखा है सीमित हस्तक्षेप के विस्तृत युद्ध में बदलने के ओबामा के डर ने उन्हें कांग्रेस की अनुमति लेने पर मजबूर कर दिया.अमेरिका का दावा है कि सीरिया की सेना ने 21 अगस्त को दमिश्क के बाहरी इलाकों में रासायनिक हमले किए थे जिनमें 1,429 लोग मारे गए. हालांकि सीरिया ने अमेरिका के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि विद्रोहियों के साथ लड़ रहे जिहादी लड़ाकों ने इन जानलेवा हथियारों का प्रयोग किया ताकि दुनिया में सीरिया विरोधी भावना प्रबल हो सके.
इससे पहले युद्ध से जूझ रही बशर अल-असद सरकार ने कहा था कि अमेरिकी और पश्चिमी देशों द्वारा हमले की स्थिति में उसका भी हाथ बटन पर है. अर्थात् वह भी हमले के लिए तैयार है. प्रधानमंत्री वइल अल-हल्की ने कहा, ‘‘सीरिया की सेना पूरी तरह तैयार है, उसके हाथ ट्रिगर पर हैं. वह जो भी करें जैसी भी स्थिति पैदा करें हम उसके लिए तैयार हैं.’’
व्हाइट हाउस के रोज गार्डन से राष्ट्र के नाम संबोधन में ओबामा ने कांग्रेस से सीरियाई शासन के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करने के उनके फैसले पर चर्चा करने और मतदान करने का अनुरोध किया. ओबामा के साथ अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बायडेन भी थे.
अपने मामले को अमेरिकी जनता और कांग्रेस के समक्ष रखते हुए ओबामा ने कहा, ‘‘अमेरिका दमिश्क में जो हुआ उसके प्रति आंखें नहीं मूंद सकता. अमेरिका को अपनी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना चाहिए.’’ ओबामा की ओर से यह बयान तब आया है जब उनके प्रशासन ने अपना खुफिया आकलन जारी किया जिसमें असद शासन पर अपने लोगों के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करने का दोषी ठहराया गया.