नयी दिल्लीः अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन कैरी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास 7आरसीआर पर मिले. इस मुलाकात के दौरान कैरी ने मोदी से कहा कि भारत द्वारा विश्व व्यापार संगठन के समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करने से गलत संकेत गया है. उन्होंने भारत सरकार से यह आग्रह किया कि वह शीघ्र अति शीघ्र इस विवाद का हल निकाल ले.
गौरतलब है कि भारत के रुख के कारण विश्व व्यापार संगठन की वार्ता विफल हो गयी. भारत की मांग कृषि भंडारण में रियायत देने की थी.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जॉन कैरी की मुलाकात के बाद अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों ने कहा व्यापार सुविधा समझौते पर हस्ताक्षर नहीं करने से भारत की भ्रामक छवि उभरी है. भारत ने यह मांग की है कि कृषि एकत्रीकरण पर रियायरत दी जाये. इस मुद्दे को उठाते हुए भारत ने विकासशील देशों का नेतृत्व किया.
अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच मुलाकात खत्म हो गयी है. इस मुलाकात में कई बातों पर चर्चा हुई. दोनों सौहार्दपूर्ण वातावरण में मिले. विदेश मंत्री की इस मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है. इस मुलाकात से भारत और अमेरिका के आगे के रिश्तों के बीच सहमति बनीं
कैसी रही जॉन और सुषमा की मुलाकात
जॉन केरी ने गुरुवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मुलाकात की इस मुलाकात में सुषमा ने कई गंभीर मुद्दों को बड़े ही संजीदा ढंग से उठायी. इनमें मुख्य रुप से जासूसी का मुद्दा और 26/11 के दोषी पर उचित कार्रवाई की मांग अहम थी. इसके अलावा भारत और अमेरिका के व्यापारिक रिश्तों पर भी चर्चा हुई. खासकर डिफेंस, स्किल डेवलपमेंट, आइटी, हेल्थकेयर पर बातचीत हुई. केरी ने सुषमा द्वारा उठाये कई मुद्दों पर सहमति जतायी. केरी ने भारत के साथ मिलकर कई क्षेत्रों में बेहतर काम करने की संभावना भी जतायी
केरी की प्रधानमंत्री से किन मुद्दों पर होगी चर्चा
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी अपनी भारत यात्रा के पहले से ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं. संभव है कि इस मुलाकात के जरिये अर्थव्यवस्था को बेहतर करने पर विशेष चर्चा होगी. मोदी पहले से ही स्किल डेवलपमेंट, आइटी, हेल्थकेयर में बेहतरी के लिए कई बार अपने भाषणों में इसका जिक्र कर चुके हैं. इस मुलाकात में भी मोदी स्किल डेवलपमेंट और व्यापार की संभावनाओं पर चर्चा कर सकते हैं. भारत का विशेष ध्यान सुरक्षा पर भी होगा सुषमा ने पहले ही जासूसी मुद्दों पर केरी से बात की है लेकिन केरी ने इस मुद्दे पर किसी तरह की सफाई देने से इनकार कर दिया. संभव है कि मोदी भी इस तरह के मुद्दें को उठाकर केरी से जवाब मांग सकते हैं. इसके अलावा कई अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा संभव है
सितंबर में है मोदी की अमेरिका यात्रा
सितंबर में मोदी के प्रस्तावित अमेरिकी दौरे से दोनों देशों को काफी उम्मीदें हैं. केरी के इस दौरे के बाद अमेरिका मोदी की स्वागत की तैयारी करेगा. ओबामा और मोदी के बीच होने वाली मुलाकात अहम है. इस मुलाकात से दोनों देशों को काफी उम्मीद है. संभावना जतायी जा रही है कि मोदी और ओबामा की मुलाकात के बाद कई अहम फैसलों पर दोनों देशों के बीच सहमति बनेगी