बीजिंग: भूटान के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने के अपने असफल प्रयास को तवज्जो नहीं देने की कोशिश करते हुए चीन ने आज कहा कि वह यह देखकर खुश है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान नई दिल्ली और थिम्पू ने अपने संबंधों को आगे बढाया है.
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने संवाददाताओं से बातचीत में मोदी के थिम्पू दौरे से जुडे सवाल का जवाब देते हुए कहा, ‘‘हम भूटान के साथ चीन के रिश्ते को महत्व देते हैं. हमने राजनयिक संबंध स्थापित नहीं किया है लेकिन हम दोनों देशों ने मित्रवत आदान-प्रदान और यात्राओं को कायम रखा है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम भूटान की स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करते हैं तथा भूटान के साथ हम अच्छे पडोस का रिश्ता विकसित करना चाहते हैं जो शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों पर आधारित है.’’ भारत और तिब्बत के बीच में मौजूद भूटान रणनीतिक तौर पर काफी महत्वपूर्ण है. 1951 में तिब्बत पर चीन के नियंत्रण के बाद उसकी सीमा भूटान से जुड गई.